Sunday, May 14, 2017

आयुर्वेदिक तरीके से करे लकवा जैसे गम्भीर रोग का स्थाई इलाज !

यदि किसी मनुष्य का शरीर ठीक से काम करना बन्द कर दे तो, वो अपने आप को पूरी तरह से लाचार समझने लगता है . ऐसे मानुष को देख कर लोग भी उसके प्रति हमदर्दी दिखाने लगते है, जिससे वो खुद को और अधिक बेबस महसूस करने लगता है . बस कुछ ऐसी ही स्थिति लकवा के मरीज की भी होती है . जी हां वैसे लकवा को आयुर्वेद में पक्षाघात रोग भी कहते है . दरअसल इस रोग में मरीज के एक तरफ के सभी अंग पूरी तरह से काम करना बन्द कर देते है .

इसके इलावा जो अंग काम करना बन्द कर देते है, वो दिमाग को किसी प्रकार की चेतना पहुँचाने में भी असफल रहते है . गौरतलब है, कि इस रोग की वजह से मनुष्य के अंगों में टेढापन, शरीर में गर्मी की कमी का होना और कुछ भी याद रखने की क्रिया तक नष्ट हो जाती है . इसलिए लकवा के प्रभाव को कम करने के लिए आयुर्वेद में इसके कुछ उपाय भी बताये गए है . जो आज हम आपको बतायेगे .

लकवा से बचने के आयुर्वेदिक उपाय..

१. सबसे पहले उपाय के अनुसार एक चम्मच काली मिर्च को पीस कर उसे तीन चम्मच देसी घी में मिला कर लेप बना ले . फिर जिन अंगों पर लकवा का प्रभाव हो उन पर इस लेप की मालिश करे. इससे लकवा ग्रस्त अंगो का रोग यक़ीनन दूर हो जायेगा .

२. इस उपाय के अनुसार लहसुन की 6 कलियाँ पीस कर उसे एक चम्मच मक्खन में मिला ले और रोज इसका सेवन करे . इससे भी आपका लकवा ठीक हो जायेगा .

३.यदि कुछ दिनों तक छुहारो को दूध में भिगो कर रोगी को देते रहे तो इससे भी लकवा ठीक होने लगता है .

४. इस उपाय के अनुसार सौठ और उडद को पानी में मिला कर हल्की आंच पर गर्म करके रोगी को रोज पिलाने से भी लकवा ठीक हो जाता है .

५. वैसे फल हमारी सेहत के लिए बहुत गुणकारी होते है . इसलिए नाशपाती, सेब और अंगूर का रस बराबर मात्रा में एक गिलास में मिला ले . यह रस रोगी को देते रहे और याद रखे कि यह उपाय रोज करने से ही मरीज को फायदा होगा .

६. इस उपाय में करेले की सब्जी रोज खाने और करेले का रस रोज पीने से लकवे से प्रभावित अंगों में सुधार होने लगता है . पर याद रहे कि यह उपाय भी आपको रोज करना है .

७. इसके इलावा रोज प्याज खाने और प्याज का रस पीने से भी लकवा का रोगी ठीक हो जाता है .

८. इस उपाय में आधा लीटर सरसो के तेल में 50 ग्राम लहसुन डाल कर लोहे की कड़ाही में पका ले . फिर जब पानी जल जाये तो उसे ठंडा होने दे और फिर उस तेल को छान कर किसी डिब्बे में डाल ले . बस इसी तेल से लकवा ग्रस्त अंगों पर मालिश करे, इससे लकवा बिलकुल ठीक हो जायेगा .

९. वैसे ये तो सबको मालूम है, कि तुलसी के पत्ते कितने गुणकारी होते है . इसलिए तुलसी के पत्तो, दही और सेंधा नमक को मिला कर उसका लेप बनाये और मरीज को लगाए . ये उपाय लंबे समय तक करना बहुत जरुरी है . तभी रोगी पूरी तरह से ठीक हो पायेगा .

१०. इसके इलावा गर्म पानी में तुलसी के पत्तो को उबाले और इसकी भाप लकवा ग्रस्त अंगों को देते रहे . इससे भी लकवा ग्रस्त अंग ठीक होने लगते है .

वैसे इसमें कोई शक नहीं, कि यदि लकवा का सही समय पर इलाज न करवाया जाये तो मनुष्य एक अपाहिज की जिंदगी जीने पर मजबूर हो ही जाता है . इसलिए समय पर लकवा के रोग का इलाज कराना बेहद जरुरी है . गौरतलब है, कि इन आयुर्वेदिक उपायो से लकवा को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है .

बस ये उपाय करते समय केवल एक बात का ध्यान रखे कि कोई भी उपचार अपना असर धीरे धीरे ही दिखाता है . इसलिए इन उपायो को लंबे समय तक जरूर आजमाए और इसमें बहुत धैर्य रखने की भी जरूरत है . इसलिए थोड़ा संयम भी रखे . इससे आप यक़ीनन स्वस्थ हो जायेगे

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