सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी मानसिक तनाव को भी कम करता है.
जिस तरह एक चुटकी नमक आपके खाने का स्वाद बढ़ा देता है, उसी तरह नहाने के पानी में एक चुटकी नमक आपको सेहतमंद बनाता है. यह गर्मियों में होने वाली खुजली और किसी भी तरह के त्वचा के संक्रमण से भी बचाता है. इसे सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी के नाम से भी जाना जाता है. यह मानसिक तनाव को भी कम करता है.
दिन- भर में आप ना जाने कितने लोगों से मिलते हैं या फिर कितने तरह के वातावरण में रहते हैं. हर कोई अलग होता कोई सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण होता है तो कोई नकारात्मक ऊर्जा से. हर कोई आपको प्रभावित करता है. दिन भर की थकान के बाद रात में नमक के पानी का स्नान न सिर्फ आपके शरीर की पूरी तरह से सफाई करता है बल्कि यह आपकी नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर कर देता है और हानिकारक तत्वों को शरीर से बाहर निकालता है.
आइए जानते हैं साल्ट वॉटर बाथ थेरेपी के कुछ फायदे.
नहाने के पानी में एक चुटकी नमक है फायदेमंद.
सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी की विधि
सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी से पहले ये जरूरी है कि आप इसकी विधि के बारे में जान लें वरना आपकी त्वचा मुलायम और चमकदार होने की जगह रूखी और बेजान भी हो सकती है.
गर्म पानी का इस्तेमाल करें
इस थेरेपी के लिए जरूरी है कि आप बाथटब में गर्म पानी का इस्तेमाल करें. ध्यान रखें की पानी ज्यादा गर्म न हो. जितना आप बर्दाश्त कर पाएं, उतना ही गर्म पानी रखें. ज्यादा गर्म पानी में त्वचा अपना प्राकृतिक मॉइश्चर खो देती है.
एक ग्लास पानी पिएं
नहाने से पहले एक ग्लास सामान्य पानी पिएं. ऐसा करने से आप खुद को डी-हाईड्रेट महसूस नहीं करेंगे.
प्राकृतिक नमक का इस्तेमाल करें.
प्राकृतिक नमक का करें प्रयोग
इसके लिए आपको प्राकृतिक नमक का इस्तेमाल करना है. जो नमक आप रोज के खाने में उपयाग करते करते हैं, भूलकर भी उसका इस्तेमाल न करें. इसके लिए अशुद्धीकृत नमक, हिमालयी क्रिस्टल नमक या फिर अनप्रोसेस्ड नमक का ही उपयोग करें. रोज खाने उपयोग किया जाने वाला नमक आपकी त्वचा से जरूरी मिनरल छीन सकता है.
पानी में मिलाएं तेल की कुछ बूंदे
नहाने के पानी में अपनी पसंद अनुसार किसी ऑयल की कुछ बूंदें मिलाएं. अगर आप लेवेंडर ऑयल का इस्तेमाल करें तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि इसकी भीनी-भीनी खुशबू न सिर्फ आपको रिलेक्स करती है बल्कि आपकी त्वचा को सांस लेने में भी मदद करती है, जिससे आप तरोताजा महसूस करते हैं.
20-30 मिनट के लिए इस पानी से भरे बाथटब में शांति से बैठ जाएं. कुछ ही देर में आपका दिमाग भी शांत हो जाएगा और आप शांति का अनुभव करेंगे. बाथटब से निकलकर एक बार सामान्य पानी से नहा लें.
सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी के फायदे
हर रोज 20-30 मिनट के इस स्नान के फायदे कुछ दिनों में आप खुद महसूस करेंगे. इसके कुछ फायदों के बारे में हम आपको बताते हैं.
त्वचा की मृत कोशिकाएं साफ करता है.
ऑस्टियो आर्थराइटिस के दर्द के कम करता है
ऑस्टियो आर्थराइटिस हड्डियों से संबंधित बीमारी है. सॉल्ट वॉटर बाथ थेरेपी ऑस्टियो आर्थराइटिस के इलाज में कारगर है. हर रोज नमक के पानी में नहाने से हड्डियों और नसों की सूजन को कम करने में मदद मिलती है.
त्वचा संक्रमण से बचाता है
गर्मियों में पसीने की वजह से संक्रमण की समस्या होने की संभावना अधिक होती है. इसलिए जब भी आप ऑफिस या कॉलेज से घर जाएं तो इस पानी से स्नान करें.
मांसपेशियों के दर्द से राहत
नमक गर्म होता है और जब हम नमक के पानी से नहाते हैं तो शरीर की सिकाई भी हो जाती है. ऐसे में अगर ऑफिस में बैठे-बैठे आपके पैरों व मांसपेशियों में काफी दर्द रहने लगा है तो रोजाना एक समय नमक के पानी से नहाने से जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलती है.
बाथ टब में बिताएं कुछ मिनट.
मानसिक स्वास्थ्य का रखे ख्याल
यह थेरेपी एक अच्छा स्ट्रेस बस्टर है और यह आपकी मानसिक शांति को बढ़ाता है. यह थेरेपी शरीर के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी है. इसके बाद आप खुद को ज्यादा शांत, खुश और रिलैक्स महसूस करेंगे. दिन भर की थकान के बाद नमक के पानी से नहाने से आप तरोताजा महसूस करते हैं.
कई बीमारियों से दिलाए मुक्ति
नमक एक अच्छा प्राकृतिक एक्सफोलिएटर है. इससे आपका मानसिक स्वस्थ्य तो अच्छा रहता ही है, साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे कई बीमारियों से मुक्ति मिलती है.
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