दाँत में कैविटी का होगा समाधान, अब दाँत नही निकलवाने पड़ेंगे
दाँत में कैविटी
दाँत में कीड़ा लगना अर्थात कैविटी हो जाना । यह समस्या दाँतों को खोखला कर देती है और काफी इलाज के बाद लोग इसको निकलवाने के लिये पहुँच जाते हैं डेण्टिस्ट के पास । आमजन की सोच है कि ये दाँत में कैविटी सही नही होती है जबकि यह गलत सोच है । कीड़ा लगना अर्थात दाँत में कैविटी होना ठीक भी हो सकती है । इस पोस्ट को ध्यान से पढ़िये आपको समाधान मिल जायेगा ।
दाँत में कैविटी की जानकारी :-
दाँत में कैविटी बनाने का जो सबसे बड़ा कारण होता है वो होती है चीनी और चीनी से बनने वाली चीजें । चीनी से बने पदार्थों में चिपकने का गुण होता है और ये पदार्थ दाँतों में चिपक जाते हैं । सही से सफाई ना करने के कारण ये चिपचिपे पदार्थ जो चीनी से बने होते हैं वो दाँतों के बीच में सड़ना शुरू कर देते हैं । इनके सड़ने से बनने वाला कैमिकल दाँतों के सीधे सम्पर्क में आने के कारण दाँतों को गलाना और उनमें गड्ढा बनाकर खोखला करना शुरू कर देता है । बस इस दशा को ही दाँतों में कीड़ा लगना या दाँत में कैविटी होने का रोग बोल दिया जाता है । तो सबसे पहली बात तो ये पता चलती है कि जो लोग नही चाहते कि उनके दाँतों में कीड़ा लगे और दाँत खोखले हो जायें उनको चीनी से बनी चिपचिपी चीजें खाना कम करना होगा और इनको खाने के बाद दाँतों की सफाई का विशेष ध्यान देना होगा । छालिये से बनी सुपारी और पान मसाला आदि का सेवन भी बंद कर देना चाहिये । फिर भी अगर यह समस्या हो जाती है तो क्या करना चाहिये, अब हम विस्तार से बतायेंगे ।
दाँत में कैविटी ख़त्म करने के लिये विशेष मन्जन :-
इस बात को आपको समझना होगा कि प्लास्टिक के बने ब्रश दाँतों की सफाई के लिये इतने जरूरी नही हैं जितना कि इनको समझा जाता है । अब से 30-40 साल पहले जब ये ब्रश प्रचलन में नही थे तब भी लोगों के दाँत आज के समय के मुकाबले ज्यादा मजबूत होते थे । आपने भी अपने आसपास ऐसे बुजुर्ग जरूर देखे होंगे जिनके सत्तर साल की उम्र के बाद भी दाँत मजबूत होते हैं, और उनसे पूछो तो बतायेंगे कि हमने कभी ब्रश नही किया । तो सवाल यह आता है कि इस तरह के लोग अपने दाँतों की सुरक्षा किस तरह से करते हैं । इसका सही जवाब है विभिन्न सामग्रियों को मिलाकर तैयार किये जाने वाले विशेष मन्जन का प्रयोग । ऐसे ही एक विशेष मन्जन को बनाने के बारे में हम आपको बता रहे हैं । बबूल के पेड़ की लकड़ी का एक किलो लगभग का टुकड़ा लेकर उसको कड़ी धूप में दो तीन दिन सुखा लो और इसको बारीक बारीक टुकड़े करके इमाम दस्ते में कूट कर गेहूँ के दानों जैसा दरदरा कर लों । इसके बाद इसको मिक्सी में चलाकर चूर्ण कर लो । इस चूर्ण को दो तह के सूती कपड़े से कपड़छन कर लो । इस तरह 50 ग्राम कपड़छन किया हुआ यह बबूल की लकड़ी का चूर्ण लेना है । 25 ग्राम फिटकरी को लेकर तवे के ऊपर भून लों और उसका भी चूर्ण कर लो । तीसरी चीज हमको चाहिये 50 ग्राम हल्दी चूर्ण । इन तीनों को एक साथ मिलाकर एक साफ एयरटाईट शीशी में भर लो । दाँत में कैविटी को खत्म करने वाला आपका विशेष चूर्ण तैयार है । रोज सुबह और शाम को यह चूर्ण दो ग्राम लगभग लेकर 2-3 बूँद लौंग का तेल मिलाकर पेस्ट जैसा बनाकर दाँतों और मसूड़ों की उंगली के हल्के दवाब के साथ हल्की हल्की मालिश 5-7 मिनट तक करों । इस तरह निरान्तर प्रयोग से यह मन्जन आपको दाँत में कैविटी के रोग से मुक्त करेगा ।
दाँत में कैविटी वाले मन्जन के प्रयोग के साथ यह जरूर करें :-
10 ग्राम नारियल तेल लेकर उसको अपने मुँह में भर लें और फिर उसको 10 मिनट तक अपने मुँह में ही बन्द रखकर उसको मुँह के अन्दर ही हल्का हल्का कुल्ला सा करते रहें । ज्यादा प्रेशर ना लगायें वरना यह तेल मुँह से बाहर छींट पड़ जायेगा । यह आयुर्वेद की एक विशेष विधी है जिसको आयुर्वेद ग्रंथों में “गण्डूष” के नाम से उल्लेखित किया गया है । इस विधी से दाँतों का पुनः निर्माण शुरू होता है ।
दाँत में कैविटी के समाधान के लिये विशेष मन्जन बनाने और उसके प्रयोग से मिलने वाले स्वास्थय लाभ की जानकारी वाले इस लेख में दिया गया प्रयोग हमारी समझ में पूरी तरह से हानिरहित हैं । फिर भी आपके आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के बाद ही इनको प्रयोग करने की हम आपको सलाह देते हैं । आपका चिकित्सक आपके शरीर और रोग के बारे में सबसे बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्प नही होता है । ध्यान रखें कि घरेलू नुस्खे किसी रोग की सम्पूर्ण चिकित्सा का विकल्प नही होते हैं । अपने रोगों की सम्पूर्ण आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिये अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श करें ।
प्रकाशित आयुर्वेद क्लीनिक, मेरठ के सौजन्य से दाँत में कैविटी के समाधान के लिये विशेष मन्जन बनाने और उसके प्रयोग से मिलने वाले स्वास्थय लाभ की जानकारी वाला यह लेख आपको अच्छा और लाभकारी लगा हो तो कृपया लाईक और शेयर जरूर कीजियेगा । आपके एक शेयर से किसी जरूरतमंद तक सही जानकारी पहुँच सकती है और हमको भी आपके लिये और बेहतर लेख लिखने की प्रेरणा मिलती है । इस लेख के समबन्ध में आपके कुछ सुझाव हो तो हमें कमेण्ट के माध्यम से जरूर बतायें ।
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