Tuesday, August 15, 2017

काली मिर्च कर सकती हैं आपका वजन कम


क‍ाली मिर्च सिर्फ जायका बढ़ाता नहीं वज़न को करता है कंट्रोल।

क्या आप वज़न घटाने के लिए जी-जान से मेहनत कर रहे हैं और वज़न है कि घटता ही नहीं है? निराश न हो। कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें भी बड़ा काम कर जाती है। आपके किचन में ही एक मसाला है जो सादे खाना का ज़ायका बढ़ाने के साथ-साथ वज़न को घटाना भी करेगा आसान।

आम तौर पर भारतीय व्यंजनों में काली मिर्च या उसके पावडर का इस्तेमाल तो होता ही है, लेकिन यह जानकर शायद आप आश्चर्य में पड़ जायेंगे कि इससे कई किलो वज़न घट सकता है। काली मिर्च का एक गुण है कि आप जो भी खाना खाते हैं वह उसके पोषक तत्वों को निकालकर शरीर तक पहुँचने में मदद करता है। साथ ही इसका आवरण यानि शेल में फाइटोन्यूट्रिएन्ट्स होता है जो फैट सेल्स को तोड़ने में मदद करता है और यह वज़न घटाने के प्रक्रिया में सहायता करता है। इसके नियमित सेवन से हजम शक्ति बढ़ती है, जिसके कारण पेट की आम समस्या गैस या बदहजमी का प्रोबलेम कम होता है।

इसका इस्तेमाल कैसे करेंगे?

आप काली मिर्च का इस्तेमाल काली मिर्च के पावडर रूप में भी कर सकते हैं। हाँ, एक बात का ध्यान यह रखें कि जिस पावडर का इस्तेमाल आप करने जा रहे हैं वह फ्रेश हो। जिस तरह काली मिर्च को पान के पत्ते में डालकर चबाकर खाने से वज़न घटता है उसी तरह काली मिर्च पावडर, शहद व नींबू पानी का मिश्रण भी वज़न घटाने में मददगार साबित होता है।एक गिलास गुनगुने गर्म पानी में आधा नींबू का रस डालें और अपने स्वाद के अनुसार उसमें शहद और काली मिर्च पावडर डालकर अच्छी तरह से मिला लें और खाली पेट इसका सेवन करें।

कब और कितनी बार इस मिश्रण को पीना चाहिए?

दिन में एक बार खाली पेट इस मिश्रण को पीना अच्छा होता है। सुबह-सुबह ही इसको पीना अच्छा होता है लेकिन आप अगर देर से उठने के आदि हैं तो भी खाली पेट इसका सेवन करें।

नोट-
यह घरेलू उपचार है, लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेना न भूलें।

Sunday, August 13, 2017

यह रिसीप डॉक्टर आपको नहीं बताएंगे कि आपका लिवर एकदम​ नया होगा और आप 10 साल के युवा दिखेंगे!

जिगर को प्रयोगशाला अधिकारि कहा जाता है क्योंकि इस तरह के कार्य जैसे वसा जलने, फ्रि रेडिकल पदार्थों और कई अन्य कुपोषण के कारण में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करता है, बुरी आदतों के लिए अपने शरीर के सभी अंगों, जिगर सहित के काम को प्रभावित करेगा। इसलिए, इसका कार्य ख़राब हो सकता है और इसलिए इसे पुनर्प्राप्त करने की आवश्यकता है। एक स्वस्थ आहार खाएं, हानिकारक अवयवों को हटा दें.आप मदद करने जा रहे हैं यह एक प्राकृतिक पेय है जो आपके स्वास्थ्य के लिए कई फायदे हैं:


• रक्त की शुद्धि
• लीवर की सफाई
• प्रतिरक्षा (Immune) को मजबूत करता है
• शरीर का Detoxification
• सूजन और संक्रमण को रोकता है

• एंटीकैंसर

• एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है
• इसके अलावा चयापचय (Metabolism) में सुधार
• रक्त में शर्करा (Blood Sugar) और कोलेस्ट्रॉल को बचाता है
•त्वचा पर अच्छा प्रभाव

सामग्री:

° 2 नींबू
° खीरा
° अजमोद (Parsley) की​ एक मुट्ठी

° 200 मिलीलीटर पानी

* अगर अजमोद (Parsley) न हो तो आप धनिया इस्तेमाल कर​ सकते।

इस्तेमाल की तैयारी और विधि:

एक ब्लेंडर में सभी अवयवों को अच्छे से मिलाएं जब तक आपका पेय तैयार न हो जाएं। एक गिलास 1-2 बार एक दिन में पीना है! यह​आप एक महीने तक सेवन करें। फिर 2 सप्ताह का ब्रेक ले​, ब्रेक के बाद फिर से, उपचार दोहराना हैं।

आप ये पोस्ट नहीं पढे़गें, भले ही यह आपके शरीर का 70% हिस्सा है।

रंगहीन, गंधहीन और स्‍वादहीन पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी है। हमारे शरीर के प्रत्‍येक अंग में पानी ही पानी है, हड्डियों में भी। बिना खाये आप 18 दिन तक जी सकते हैं, लेकिन पानी के बिना आप सात दिन से अधिक नहीं जी सकते हैं। यानी पानी के बिना जीवन की कल्‍पना करना अतिशयोक्ति होगी। यह शरीर को बीमारियों से बचाता है और इसे स्‍वस्‍थ रखने में भी मदद करता है


पानी पियें बिना इंसान 7 दिन से अधिक जीवित नहीं रह सकता।
आरओ या यूवी से प्‍यूरीफाइड पानी भी हो सकता है नुकसानदेह।
आरओ बुरे और अच्‍छे कीटाणुओं को एक साथ अवशोषित करता है।
अशुद्ध पानी के कारण पेट और त्‍वचा की बीमारियां हो सकती हैं।

इस लेख में विस्‍तार से जानिये आप जो पानी पी रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं। 

क्‍या आरओ है फायदेमंद

कंज्यूमर एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर ने आरओ और पानी को शुद्ध करने वाले विभिन्न उपकरणों की जांच की है। इस दौरान देश के विभिन्न शहरों में आरओ का प्रयोग करने वाले और न करने वाले घरों में बीमार पड़ने वालों का अनुपात 50:50 देखा गया। पानी को शुद्ध करने वाले उपकरणों में खास तरह की मेंब्रेन काम करती है, जो बुरे के साथ-साथ अच्छे जीवाणुओं को भी अवशोषित कर लेती है। इससे पानी में पाए जाने वाले मिनरल, शरीर में नहीं पहुंच पाते। यही जीवाणु हमें पेट संबंधी बीमारियों से बचाते हैं।


शुद्धता की पहचान

दरअसल अलग-अगल जगहों का पानी का टीडीएस (टोटल डिजाल्व सॉलिड) स्तर अलग-अगल होता है। इसके मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तैयार किए हैं। उसने 100 से 150 स्तर के टीडीएस को ठीक बताया है। इसलिए अगर आप अपने घर में आरओ (रिवर्स ऑसमोसिस) या यूवी सिस्टम लगवा रहे हैं तो म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन से पानी की जांच करा लीजिए। अगर टीडीएस सामान्य से अधिक हो, तभी आरओ या यूवी लगवाना चाहिए।

बोतलबंद पानी भी नहीं है शुद्ध

अगर आपको लगता है कि आप जो मिनरल वॉटर या सप्‍लाई किये हुए पानी को पी रहे हैं और वह पूरी तरह से शुद्ध है तो आप गलत हैं, इसमें भी शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले जीवाणु गायर्डिया (Giardia) पाया जाता है। दरअसल पानी को साफ करने वाली कंपनियां नदियों, नालों, भूमिगत स्रोतों, आदि जगह से पानी लेकर उसे साफ करने के लिए उसमें कोएगुलेंट (coagulants) केमिकल डालती हैं। यह केमिकल पानी में मौजूद गंदी को पानी के तल पर पहुंचा देता है।


भारत की स्थि‍ति है खराब

शुद्ध और पर्याप्त पानी स्वस्थ जीवन की एक प्रमुख जरूरत है। आंकड़ों की मानें तो भारत में केवल 30 प्रतिशत लोगों को ही साफ पीने का पानी मिलता है और वो भी पूरी तरह से शुद्ध नहीं होता है। देश के कई हिस्सों में जमीन में पानी का स्तर कम हो जाने के कारण पानी की कमी है। उद्योंगों के कचरे के कारण पानी के बहुत से स्रोत प्रदूषित हो रहे है। बहुत सी नदियां गंदी नालियां बन चुकी हैं, और पानी के अन्य स्रोत पूरी तरह प्रदूषित हो चुके हैं।

अशुद्ध पानी से होती हैं बीमारियां

आप जो पानी पी रहे हैं वह कीटाणुरहित होन चाहिए। साथ ही उसमें नुकसान पहुंचाने वाले रसायन, गन्ध और स्वाद भी नहीं होना चाहिए। असुरक्षित और अपर्याप्त पीने का पानी कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है। बारिश के दिनों में पीने का पानी साफ नहीं रहता है, इस मौसम में पानी का विशेष ध्‍यान रखें। साफ पानी न पीने से हैजा, उल्टी (गेस्ट्रोएन्ट्राइटिस), टायफाएड, पोलियो, पीलिया, दस्त, त्‍वचा में संक्रमण हो सकता है।

क्या आपके जल में जीवन है ??

आपका बाल तेजी से बढ़ेंगे और आपके पास होगी गिद्ध दृष्टि

आपका बाल तेजी से बढ़ेंगे और आपके पास होगी गिद्ध दृष्टि : लेनी है सिर्फ 3 चम्मच प्रतिदिन और आप एक चमत्कार के साक्षी होंगे!


ऐसे कई लोग हैं जो खराब दृष्टि या बालों के झड़ने जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं और उन्हें यकीन नहीं है कि कैसे इलाज किया जाए दोनों समस्याओं की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का परिणाम है और उनका स्वाभाविक रूप से इलाज किया जा सकता है। कुछ सामग्रियों का मिश्रण खाने से आपकी दृष्टि में काफी सुधार हो रहा है और आपके बाल बढ़ने लगते हैं जैसे कि पहले कभी नहीं हुआ हैं।

जो उपाय हम आज आपको पेश करेंगे, वह आपके स्वास्थ्य में काफी सुधार कर सकती है और उपर्युक्त समस्याओं का इलाज कर सकती है।

यहां आपको इसे तैयार करने की आवश्यकता होगी:

सामग्री

3 लहसुन की कलियां

1 किलो शहद

4 नींबू

200 ग्राम अलसी का तेल

तैयारी की विधि:

आपको लहसुन की कलियां छीलने की जरूरत है और नींबू के साथ ब्लेंडर में उन्हें मिलाएं। उसके बाद, अलसी का तेल व शहद मिलाएं और सब कुछ अच्छे​ से मिला लें जब तक आपको​ समरूप मिश्रण न मिलें। आपको बाद में एक जार में मिश्रण डालना होगा, इसे बंद कर दें और इसे रेफ्रिजरेटर में रखें। रोजाना तीन बार खाने से 30 मिनट पहले एक चमचा सेवन करें। यह मिश्रण एक जादू की तरह काम करता है और अपने बाल को पागलों की तरह बढ़ाता जाएंगा , साथ ही यह आपकी दृष्टि को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा। इसे खुद आजमा कर देखें और आप निश्चित रूप से परिणामों से चकित हो जाएंगे।

स्रोत: http://ourhealthyhouse.com

कानों में डालिए इसकी 2 बूंद और आपकी सुनने की समस्या 97% ठीक!

आपके कानों में डालिए इसकी 2 बूंद और आपकी सुनने की समस्या 97% ठीक! यहां तक ​​कि 80 से 90 की उम्र के  लोग इस सरल और अदभुत तरीके से लाभान्वित हो रहे हैं।


लोगों में स्वास्थ्य समस्याएं आम तौर पर उम्र के साथ दिखाई देती हैं, लेकिन हाल ही में पहले से भी समस्याओं के साथ भी अधिक से अधिक लोग हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस उम्र, लिंग या जाति हैं। सबसे आम समस्याएं आपके कानों के साथ भी समस्याएं हैं यह एक व्यक्ति के लिए एक गंभीर समस्या पैदा कर सकता है, उदाहरण के लिए जहां वे काम करते हैं: यदि आप लगातार लोगों को उनसे दोहराते हुए कहते हैं कि उन्होंने क्या कहा है कि आपको समस्याएं हो सकती हैं। आप किसी भी वाहन के सींग सुन नहीं सकते हैं, खासकर तब जब आप चलते हैं या ड्राइविंग करते हैं

बाजार आजकल राहत के लिए कई उपचार प्रदान करता है, लेकिन आज, हम आपको एक प्राकृतिक समाधान का सुझाव देने जा रहे हैं जो आपकी सुनवाई की समस्याओं को कम करने में आपकी मदद कर रहा है और आपके कानों में समस्याओं को बहुत जल्दी और आसानी से हल कर रहा है! उपयोग किया जाता है जो घटक बहुत आम है और हर दिन दुनिया भर के लोगों द्वारा प्रयोग किया जाता है। यह लहसुन है!

लहसुन सार्वभौमिक रूप से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आपने शायद कई किंवदंतियों के बारे में सुना है जो दावा किया था कि लहसुन में पिशाच को नष्ट करने की क्षमता थी
यहां आपको क्या चाहिए:

आप की जरूरत है:

- 3 लहसुन की कलियां

- जैतून का तेल (3 - 4 बूंदें​)

- ड्रॉपर

- कपास यानि रूई

तैयारी:

लहसुन की कलियां ले लो और पूरी तरह छिलकों को हटा दें। फिर, उन्हें धो लें और उन्हें मजबूती से दबाएं ताकि आप संभवतया अधिकतम रस को निकाल सकें। जैतून का तेल के साथ लहसुन का रस मिलाएं और उसे ड्रॉपर में डाल दें।

उपयोग:

अपने कानों में एक एक करके तीन से चार तेल बूंद डाल दें। आपको​ में इस के बाद आराम करना चाहिए, ताकि तेल आपके कान में गहराई तक जा सके। थोड़ी देर के लिए करवट ले कर लेट जाएं, अपने कान को बंद करने के लिए रुई का एक टुकड़ा लगा लें ताकि तेल बाहर नहीं जा सके। पहला परिणाम बहुत जल्द दिखाई देगा। आपको हैरान हो जाएगा कि आपकी सुनवाई में इस तरह के सरल नुस्खा से सुधार हुआ है और आपके कान बहुत बेहतर होंगे!

Wednesday, August 9, 2017

खाना खाने के बाद ध्यान रखें ये बातें

सभी अपने खानपान पर विशेष ध्यान देते हैं, यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन खाना खाने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इस पर कोई ध्यान ही नहीं दे पाता। खाना खाने के तुरंत बाद किन चीजों को करने से बचना चाहिए, ये हमारे लिए जानना बेहद जरूरी है। कुछ लोग जानते भी होंगे, मगर फिर भी वो ये सब अनदेखा कर देते हैं। इसका परिणाम उन्हें बाद में पता चलता है। कई लोग खाना खाने के तुरंत बाद ऐसी चीजों के आदी होते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।

अगर आप चाहते हैं कि आपकी सेहत पर बुरा असर न पड़ें, तो कुछ बुरी आदतों को छोड़ दें। हम आपको बता रहें कि खाना खाने के तुरंत बाद किन चीजों को करने से बचना जरूरी है।

1. धूम्रपान न करें
वैसे तो धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक है, लेकिन फिर भी खाना खाने के तुरंत बाद इसे करने से बचना चाहिए। विशेषज्ञों के मुताबिक खाना खाने के तुरंत बाद सिगरेट नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इस समय एक सिगरेट 10 सिगरेट पीने के बराबर है। इससे कैंसर होने की पूरी संभावना रहती है।

3. चाय न पिएं
अधिक चाय पीने से भी सेहत पर असर पड़ता है और खाना खाने के बाद तो चाय बिल्कुल न पिएं, क्योंकि चाय की पत्तियों में एसि़ड की उच्च मात्रा पाई जाती है। यह पदार्थ आहार में शामिल प्रोटीन को नुकसान पहुंचाता है, जिसके कारण खाना पचाने में काफी परेशानी होती है। अगर आपको चाय पीनी ही है, तो खाना खाने के एक घंटे बाद ही पिएं।

4. बेल्ट ढ़ीली न करें
अक्सर कई लोग स्वादिष्ट भोजन को देखते ही अपनी बेल्ट लूज कर लेते हैं, जिससे कि वो अधिक मात्रा में अपना मनपसंद भोजन खा सकें। हालांकि, ऐसा करना गलत है। इससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कहा जाता है कि खाना खाते वक्त बेल्ट ढीली नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से आंतें ब्लॉक हो जाती हैं और खाना भी अधिक मात्रा में खा लिया जाता है, जिसके कारण असहज महसूस होता है। इसलिए ध्यान रखें कि खाना भूख से थोड़ा कम खाएं।

5. न करें स्नान
खाना खाने के तुरंत बाद नहाने के लिए न जाएं। तुरंत नहाने से हाथों, पैरों और शरीर में खून का बहाव बढ़ जाएगा। इस प्रकार पेट के चारों तरफ खून की मात्रा कम हो जाएगी। इसकी वजह से पाचनतंत्र कमजोर हो जाएगा।

6. न करें वॉक
वॉक करना सेहत के लिए लाभदायक है, लेकिन खाना खाने के बाद सीधे वॉक के लिए जाना गलत है। इससे अपच की परेशानी हो सकती है। हालांकि, खाना खाने के आधे घंटे बाद टहलना स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। वॉक करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि खाना खाने के बाद महज 20-30 मिनट वॉक करने से पेट में गड़बड़ नहीं रहती और न ही एसिड बनता है। 

7. तुरंत सोने के लिए न जाएं
जो लोग खाना खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर लेट जाते हैं, उनका खाना ठीक तरीके से डाइजेस्ट नहीं हो पाता। इस कारण उन्हें गैस की समस्या पैदा होती है व आंतों में इंफेक्शन हो जाता है।

अपनी हथेली को रखे इस तरह, सेहत में होगा आश्चर्यजनक फायदा

अपके हाथ केवल रोजमर्रा के कार्यों के लिए ही उपयोगी नहीं बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत कुछ देते हैं। वास्तव में, यह आश्चर्यजनक रूप से स्वास्थ्य में सुधार और मोटापे से छुटकारा भी दिला सकते हैं। विभिन्न चिकित्सा शोध रिपोर्ट में संवेदनशीलता या हाथ की विशिष्ट दबाव के फायदा को साबित किया गया है!

मगर इन सब में सबसे अच्छा पाॅज ऊपर मौजूद तस्वीर में देखा जा सकता है जो पाचन तंत्र और मीटाबोलजम को बेहतर बनाता है, जबकि यह रक्त के टैम्प्ररेचर और खाने की इच्छा को भी कम करती है। इस अद्भुत पाॅज को आप अपने अंगूठे से हाथ की तीसरी उंगली या रिंग अंगुली को थामें, जबकि शेष उंगलियों को सीधा रखें। और अच्छी बात यह है कि इस तरह आपको व्यायाम या भुखे रहने जैसी मुश्किल उठाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि यह चर्बी को आसानी से गलाने वाली विधि है।

इसी तरह अगर हथेली पर मालिश किया जाये और गहरी सांसें ली जाएं तो इससे दिल मितलाने, तनाव, हैजा और कब्ज आदि की रोकथाम की जा सकती है। इसी तरह दोनों हथेलियों को आपस में मिला कर रगड़ा तो ध्यान की क्षमता और संचार में सुधार सकता है।

नोट:- यह लेख आम जानकारी के लिए है। पाठक इस संबंध में अपने चिकित्सक से भी जरूर सलाह लें। एवं नीचे इस लेख से संबंधित अपनी राय देना न भुले।