किसी इंसान के जीवन में समय का बहुत ही महत्व है। जिस तरह पृथ्वी का घूमना, सूरज का उगना और डूबना, बरसात का आना और हवा का बहना समय पर आधारित है, उसी तरह इंसान का जीना, मरना, सूख-दूख, सफलता और असफलता सब समय पर निर्भर करता है। यही नहीं आदमी को पूरे दिन कब और क्या करना चाहिए यह भी समय का हिस्सा है। कब उठना, कब नहाना चाहिए, कब खाना चाहिए यह एक समय का भाग है। समय पर व्याख्या देने के बाद अब आप समझ ही गए होंगे कि आज किस विषय पर चर्चा होनी है।
दरअसल, आज का विषय उन खाने-पीने की चीजों पर है जो व्यक्ति खा तो लेता है लेकिन समय के एहसास न होने के कारण वह बीमार भी जाता है। कई बार उसे घातक बीमारी का सामना भी करना पड़ता है।
आइए जानते हैं कि कौन सी चीज कब खाना चाहिए।
दही रात को नहीं खाना चाहिए
आयुर्वेद की माने तो दही रात को नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में कफ दोष बढ़ता है और पेट संबंधित बीमारियां भी उत्पन होती है। दही का सही समय दोपहर का माना गया है ।
इसके अलावा दही को बसंत के महीनों में भी सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही जिनके शरीर में सूजन हो उन्हें भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए। ध्यान रहे, दही को भूल से भी गरम करके नहीं खाना चाहिए।
दूध दूधसही समय रात का
दूध पीने का सही समय क्या है, इस बात को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी राय है। कई लोग तो इसके समय को लेकर दुविधा में फंसे रहते हैं। कुछ लोग दूध को नाश्ते के साथ अच्छा मानते हैं तो कुछ लोग इसे रात में पीना सही समझते हैं। हालांकि अगर दूध का सेवन दिन में किया जाए तो यह हमें दिनभर एनर्जी देता है और रात में लिया जाए तो दिमाग शांत रहता है और नींद भी अच्छी आती है। वैसे आयुर्वेद के अनुसार दूध का सही समय रात बताया गया है।
फल खाने का समय
अगर आप फल खाने या जूस पीने के शौकीन हैं तो आपके लिए सही समय सुबह है। आयुर्वेद में माना गया है कि खाना खाने के बाद फल का सेवन नहीं करना चाहिए इससे पाचन संबंधित बीमारियां उत्पन हो सकती है और जो फल आप खा रहे हैं वह शरीर में भी नहीं लगेगा। फल के जरिए यदि आपको पोषक तत्व चाहिए तो सुबह इसका सही समय है।
दही खाने का सही समय में रात में क्यों नहीं करना चाहिए इसका सेवन – क्या कहता है आयुर्वेद?
रात में दही मत खाएं, खासकर यदि आपको खाँसी और ठंडे होने का खतरा हो। आयुर्वेद की माने तो दही को रात के समय नहीं खानी चाहिए। क्योंकि शरीर में कफ की प्राकृतिक प्रबलता बढ जाती है जिससे शरीर में कफ दोष बढ़ते हैं। रात को दही का सेवन नहीं करना चाहिये क्यों कि यह समस्या को और भी ज्याेदा बढा देगी जिससे पेट का रोग होगा। आयुर्वेद बताता है कि रात में दही की खपत अच्छा नहीं है क्योंकि यह बलगम को बढ़ाता है।
पानी पीने का सबसे अच्छा और सबसे खराब समय...
बचपन से लेकर आज तक हमें यही बताया गया है कि हमें रोज 8 गिलास पानी पीना चाहिए लेकिन शायद ही कोई इस नियम को फॉलो करता हो क्योंकि सब प्यास लगने पर ही पानी पीते हैं। पानी के हमारे शरीर को बहुत सारे फायदे होते हैं। चेहरे पर चमक, बालों का झड़ना, पेट की समस्या और मोटापे जैसे कई समस्याओं का हल पानी से ही होता है लेकिन इन सब का फायदा तब ही होता है जब पानी का सेवन सही समय पर किया जाए। गलत समय में पिया गया पानी कई बीमारियों को न्यौता देता है।
1. सुबह उठते ही पिएं 1 से 2 गिलास पानी
खाली पेट 2 गिलास पानी पीएं। ऐसा करने से आपके शरीर की सारी गंदगियां पेशाब के जरिए बाहर निकलेगी और आपके शरीर के सारे अंग सुचारू रूप से काम करेंगे।
2. खाना खाने के आधे घंटे पहले पिएं पानी
खाना खाने से पहले अगर आप पानी पिएंगे तो आपकी भूख थोड़ी कम हो जाएगी और आप कुछ कम खाएंगे, जिससे आपका मोटापा घटेगा। इसके साथ ही आपका पेट भी ठीक रहेगा।
3. खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं
खाना खाने के एक घंटे बाद पानी का सेवन करें, जिससे पेट में खाना पचाने वाला जूस अपना प्रभाव दिखा सके। अगर आप खाना खाने के तुरंत पहले या बाद में पानी पिएंगे तो खाना जल्दी हजम नहीं होगा।
4. पानी की जगह दही, छाछ या रायता आदि का सेवन करें
अगर आप को खाना खाते वक्त प्यास लगें तो पानी की जगह दही या रायता लें। इससे आपके शरीर को ठंडक मिलेगी और खाना भी आराम से हजम होगा।
5. थकान लगने पर पानी पिएं
हमारा दिमाग 75% पानी से भरा हुआ है। अगर आप थकान लगने पर पानी पिएंगे तो आपका दिमाग अच्छे से काम करेगा और आपका मन काम में भी पूरी तरह लगेगा।
6. दिन के शुरुआत में ढेर सारा पानी पिएं
दिनभर ढेर सारा पानी पीना चाहिये और जैसे जैसे शाम होने लगे, पानी का सेवन कम कर देना चाहिए, जिससे रातभर बाथरूम की ओर ना भागना पडे़।
7. नहाने से पहले पानी पिएं
नहाने से पहले पानी पीने से ब्लड प्रेशर कम करने में सहायता मिलती है। अगर गरम शॉवर ले रहे हों तो नहाने से पहले ठंडा पानी पीने से बचें।
8. एक्सरसाइज के पहले और आखिर में पानी पिएं
यह बहुत जरुरी है कि जब भी आप एक्सरसाइज करें तो उससे पहले पानी पी लें, जिससे आपकी मासपेशियों को एनर्जी मिल सके। पानी पीने से थकान कम लगती है। अगर आप ठीक से पानी नहीं पियेंगे तो आप जल्द ही थक जाएंगे।
9. बीमारी, प्रैगनेंसी या स्तनपान करवाते समय पानी पिएं
अगर आप बीमार है तो पानी पीने से आपकी बॉडी जल्द ही रिपेयर हो जाएगी। प्रेगनेंट और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को आम दिनों के मुकाबले अधिक पानी का आवश्यकता होती है। इन्हें हर दिन 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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