Thursday, July 13, 2017

कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न? 25 Tips To Lose Weight in Hindi


कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न ?

Weight Lose या Reduce  करना एक ऐसा topic है जिसपे जितने मुंह उतनी बातें सुनने को

जो ज़रुरत से ज्यादा खायेगा वो समय से पहले जाएगा…

मिलती हैं. लोग एक से बढ़कर एक tips या diet-plan बताते हैं, जिसके हिसाब से Weight Reduce  करना मानो बच्चों का खेल हो. पर हकीकत तो आप जानते ही हैं कि ये असल में कितना challenging काम है. इसीलिए मैं आज आपके साथ How to reduce weight, Hindi  में share कर रहा हूँ. मेरी कोशिश होगी की यह लेख  Hindi में इस विषय पर लिखे गए सबसे अच्छे लेखों में से एक हो.

Weight बढ़ने का विज्ञान बड़ा सीधा-साधा है. यदि आप खाने-पीने के रूप में  जितनी Calories ले रहे हैं उतनी burn  नहीं करेंगे तो आपका weight बढ़ना तय है. दरअसल बची हुई Calorie ही हमारे शरीर में fat के रूप में इकठ्ठा हो जाती है और हमारा वज़न बढ़ जाता है.

वज़न कम करने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले आपको ये जानना चाहिए कि आपका present weight सही है या नहीं. इसके लिए आप कृपया इस लेख को पढ़ें  कैसे जानें आपका वज़न सही है या नहीं ? यहाँ से आप अपना Body Mass Index जान पायेंगे. BMI  एक बहुत ही  simple tool  है जो आपके वज़न और लम्बाई के हिसाब से आपकी body में कितना  fat  है बताता है.  आपका BMI ये बताता है कि आप किस weight category  में आते हैं:

18.5 से कम – Underweight18.5  से 25 – Normal Weight25  से 29.9  – Overweight30  से ज्यादा  – Obese (अत्यधिक वज़नी)

अब यदि आप Overweight या Obese हैं तो ही आपको अपना वज़न कम करने की ज़रुरत है. और यदि आपको इसकी ज़रुरत है तो आपको ये भी जाना चाहिए कि जिस इस्थिति में आप पहुंचे हैं उसकी वज़ह क्या है. वैसे आम-तौर पर वज़न बढ़ने के दो कारण होते हैं:

 खानपान : Weight  बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण होता है हमारा खान-पान. यदि हमारे खाने में कैलोरी की मात्र अधिक होगी तो वज़न बढ़ने के chances  ज्यादा हो जाते हैं. अधिक तला-भुना , fast-food, देशी घी, cold-drink  आदि पीने से शरीर में ज़रुरत से ज्यादा calories इकठ्ठा हो जाती  हैं जिसे हम बिना extra effort के burn नहीं कर पाते और नतीजा हमारे बढे हुए वज़न के रूप में दिखाई देता है. यदि आप इस बात की जानकारी रखें कि आपके शरीर को हर दिन कितने कैलोरी की आवश्यकता है और उतना ही consume करें तो आपका weight  नहीं बढेगा. Inactive होना : अगर आपकी दिनचर्या ऐसी है कि आपको ज्यादा हाथ-पाँव नहीं हिलाने पड़ते तो आपका weight बढ़ना लगभग तय है. ख़ास तौर पर जो लोग घर में ही रहते हैं या दिन भर कुर्सी पर बैठ कर ही काम करते हैं उन्हें जान-बूझ कर अपनी daily-life  में कुछ physical activity involve  करनी चाहिए. जैसे कि आप lift  की जगह सीढ़ियों का प्रयोग करें, अपने interest का कोई खेल खेलें , जैसे कि badminton, table-tennis, इत्यादि. यदि आप एक treadmill या एक gym cycle afford  कर सकें और उसे नियमित रूप से प्रयोग करें तो काफी लाभदायक होगा. वैसे सबसे सस्ता और सरल उपाय है कि आप रोज़ कुछ देर टहलने की आदत डाल लें.

पर इसके अलावा भी कई कारणों से आपका वज़न बढ़ सकता है .अन्य कारणों को आप यहाँ देख सकते हैं: वज़न बढ़ने के 10 प्रमुख कारण

अब जब आप weight बढ़ने का कारण जान गए हैं तो इसे lose या  reduce  करना आपकी इच्छाशक्ति  और जानकारी पर निर्भर करता है. यहाँ मैं Weight Lose करने की ऐसी ही कुछ TIPS HINDI में share कर रहा हूँ.उम्मीद है ये जानकारी आपके काम आएगी.

TIPS TO LOSE WEIGHT IN HINDI

1. सब्र  रखें   : याद   रखिये   की आज जो आपका weight है  वो कोई दो -दिन  या  दो  महीने   की  देन  नहीं  है . ये  तो बहुत  समय  से चली  आ  रही  आपकी life-style का  नतीजा  है. और यदि आपको weight loss करना है तो निश्चित  रूप  से आपको सब्र  रखना  होगा. बेंजामिन फ्रैंकलिन का  ये कथन -” जिसके पास धैर्य है वह जो चाहे वो पा सकता है.” हमेशा मुझे प्रेरित करता है. तो आप भी तैयार रहिये कि इस काम में वक़्त लगेगा. हो सकता है शुरू के एक-दो हफ्ते आपको अपने वज़न में कोई अंतर ना नज़र आये पर येही वो वक़्त है जहाँ आपको मजबूत बने रहना है, धैर्य रखना है, हिम्मत रखना है.

 2.अपने efforts में यकीन रखिये : किसी भी और चीज से ज्यादा ज़रूरी है कि आप weight loss के लिए जो efforts कर रहे हैं उसमे आपका यकीन होना.  यदि आप एक तरफ daily gym जा रहे हैं और दूसरी तरफ दोस्तों से ये कहते फिर रहे हैं कि जिम-विम जाने का कोई फायदा नहीं है तो आपका subconscious mind भी इसी बात को मानेगा, और सच-मुच आपको अपने एफ्फोर्ट्स का कोई रिजल्ट नहीं मिलेगा. खुद से positive-talk करना बहुत ज़रूरी है. आप खुद से कहिये कि, ” मैं फिट हो रहा हूँ”, ” मुझे results मिल रहे हैं” , आदि.

3.Visualize करिए : आप जैसा दिखना चाहते हैं वैसे ही खुद के बारे में सोचिये. यकीन जानिये ये आपको weight lose करने में मदद करेगा.आप चाहें तो आप अपने कमरे की दीवार, या कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ वैसी ही फोटो लगा सकते हैं जैसा कि आप दिखना चाहते हैं. रोज़ खुद को वैसा देखना उस चीज को और भी संभव बनाएगा.

4.नाश्ते के बाद , पानी को अपना main drink  बनाएं : नाश्ते के वक़्त orange juice, चाय , दूध इत्यादि ज़रूर लें लेकिन उसके बाद पुरे दिन पानी को ही पीने के लिए इस्तेमाल करें. कोल्ड-ड्रिंक को तो छुए भी नहीं और चाय-कॉफ़ी पर भी पूरा control रखें .इस तरह आप हर रोज़ करीब 200-250 Calories कम consume करेंगे.

5.Pedometer का प्रयोग करें: ये एक ऐसी device है जो आप के हर कदम को count करता  है. इसे अपने बेल्ट में लगा लें और कोशिश करें की हर रोज़ 1000 Steps extra चला जाये. जिनका weight अधिक होता है वो आम तौर पर दिन भर में बस दो से तीन हज़ार कदम ही चलते हैं. यदि आप इसमें 2000  कदम और जोड़ दें तो आपका current weight बना रहेगा और उससे ज्यादा चलने पर वज़न कम होगा.एक standard pedometer की कीमत 1000 से 1500 रुपये तक होती है.

Pedometer

6.अपने साथ एक छोटी सी diary रखें : आप जो कुछ भी खाएं उसे इसमें लिखें. Research में पाया गया है कि जो लोग ऐसा करते हैं वो औरों से 15% कम calories consume करते हैं.

7.जानें आप  कितनी calories लेते हैं, और उसमे 10% add कर दें: यदि आपको लगता है कि आप हर रोज़ 1800 कैलोरी लेते हैं और  फिर भी आपका वज़न control नहीं हो रहा है तो शायद आप अपनी calorie intake का गलत अनुमान लगा रहे हैं. आम तौर पर यदि आप अपने अनुमान में 10% और जोड़ दें तो आपका अनुमान ज्यादा accurate हो जायेगा. For Example: 1800 की जगह 1800 + 180 = 1980 Calorie.

8.तीन time खाने की बजाये 5-6 बार थोडा-थोडा खाएं: South Africa में हुई एक research में ये पाया गया की यदि व्यक्ति  सुबह, दोपहर, शाम  खाने की बजाये दिन भर में 5-6 बार थोड़ा-थोड़ा खाए  तो वो 30% कम कैलोरी consume करता है. और यदि वह  उतनी  ही कैलोरी ले  रहा है जितना की वो तीन बार खाने में लेता  है तो भी  ऐसा करने से body कम insulin release करती  है , जो की आपके blood sugar को सही रखता  है और  आपको भूख  भी कम लगती  है.

9.रोज़ 45 मिनट  टहलिए  : रोज़ 30 मिनट टहलना आपका weight बढ़ने नहीं देगा लेकिन यदि आप अपना weight घटाना चाहते हैं तो कम से कम 45 मिनट रोज़ टहलना  चाहिए. अगर  आप रोज़ ऐसा कर लेते हैं तो बिना  अपना खान – पान बदले  भी आप साल  भर में 15Kg वज़न कम कर सकते हैं. और यदि आप ये काम सुबह सुबह ताज़ी हवा  में करें तो बात  ही कुछ और है. पर इसके लिए आपको डालनी  होगी सुबह जल्दी उठने  की आदत .

10.नीले रंग का अधिक प्रयोग करें: नीला रंग भूख को कम करता है. यही वजह है कि अधिकतर restaurants इस रंग का प्रयोग कम करते हैं. तो आप खाने में blue plates use करें , नीले कपडे पहने, और टेबल पर नीला tablecloth डालें.इसके opposite red,yellow, और orange color खाते वक़्त avoid करें, ये भूख बढाते हैं.

11.अपने पुराने कपड़ों को दान कर दें : एक बार जब आप सही weight पा चुके हैं तो अपने पुराने कपडे, जो अब आपको loose होंगे, उन्हें किसी को दान कर दें. ऐसा करने से दो फायदे होंगे. एक तो आपको कुछ दान कर के ख़ुशी होगी और दूसरा आपके दिमाग में एक बात रहेगी कि यदि आप फिर से मोटे हुए तो वापस इतने कपडे खरीदने होंगे. ये बात आपको अपना weight सही रखने के लिए encourage करेगी.

12.खाने के लिए छोटी plate का प्रयोग करें: अद्ध्यनो से पता चला है कि चाहे आपको जितनी भी भूख लगी हो; यदि आपके सामने कम खाना होगा तो आप कम खायेंगे, और यदि ज्यादा खाना रखा है तो आप ज्यादा खायेंगे. तो अच्छा होगा कि आप थोड़ी छोटी थाली उसे करें जिसमे कम खाना आये. इसी तरह चाय -कॉफ़ी के लिए भी छोटे cups प्रयोग करें.बार बार खाना लेना आपका calorie intake बढाता है इसलिए आपको जितना खाना है उसी हिसाब से एक ही बार में उतना खाना ले लें.

13.जहां खाना खाते हों वहाँ सामने एक शीशा लगा लें: एक  study में ये पाया गया कि शीशे के सामने बैठ कर खाने वाले लोग कम खाते हैं. शायद खुद को out of shape देखकर उन्हें ये याद दिलाता हो कि weight कम करना उनके लिए बेहद ज़रूरी है.

14.Water-rich food खाएं:  Pennsylvania State University  की एक research में पाया गया है कि water-rich food , जैसे कि टमाटर,लौकी, खीरा, आदि खाने से आपका overall calorie consumption कम होता है.इसलिए इनका अधिक से अधिक प्रयोग करें.

15.Low-fat milk का प्रयोग करें:  चाय , कॉफ़ी बनाने में, या सिर्फ दूध पीने के लिए भी skim milk use करें, जिसमे calcium ज्यादा होता है और calories कम.

16.90% खाना घर पर ही खाएं: अधिक से अधिक घर पर ही खाना खाएं, और यदि आप बाहर भी घर का बना खाना ले जा सकते हों तो ले जायें. बाहर के खाने में ज्यादातर high-fat और  high-calorie होती हैं.इनसे बचें.

17.धीरे-धीरे खाएं: धीरे खाने से आपका ब्रेन पेट भर जाने का सिग्नल पहले ही दे देगा और आप कम खायेंगे.

18.तभी खायें जब सचमुच भूख लगी हो: कई बार हम बस यूँहीं खाने लगते हैं. कई लोग आदत, boredom, या nervousness की वज़ह से भी खाने लगते हैं. अगली बार तभी खाएं जब आपको वाकई में भूख सहन ना हो. यदि आप कोई specific चीज खाने के लिए खोज रहे हैं तो ये भूख नही बस स्वाद बदलने की बात है, जब सच में भूख लगेगी तो आपको जो कुछ भी खाने को मिलेगा आप खाना पसंद करेंगे.

 19.जूस पीने की बजाये फल खाएं: जूस पीने की बजाये फल खाएं, उससे आपको वही लाभ होंगे, और जूस की अपेक्षा फल आपकी भूख को भी कम करेगा, जिससे overall आप कम खायेंगे.

20.ज्यादा से ज्यादा चलें: आप जितना ज्यादा चलेंगे आपकी calories उतना ही अधिक burn  होंगी. लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करना, आस-पास पैदल जाना  आपके लिए मददगार साबित होगा. घर में भी आप दिन भर में एक-दो बार अपनी छत का चक्कर लगाने की कोशिश करें. छोटे-छोटे efforts बड़ा result देंगे.

21.हफ्ते में एक दिन कोई भारी काम करें: हर हफ्ते कोई एक भारी काम या activity करें. जैसे की आप अपनी bike या  car  धोने का सोच सकते हैं, बच्चों के साथ कहीं घूमने जाने का plan कर सकते हैं, या अपने spouse की हेल्प करने के लिए घर की सफाई कर सकते हैं.

22.ज्यादातर कैलोरीज़ दोपहर से पहले कंस्यूम कर लें:  Studies से पता चला है कि जितना अधिक आप दिन के वक़्त खा लेंगे रात में आप उतना ही कम खायेंगे.और दिन में जो calories आपने consume की है उसके रात तक burn हो जाने के chances अधिक हैं .

23.डांस करें: जब कभी आपको वक़्त मिले तो बढ़िया music लगा  कर dance करें. ऐसा करने से आपका मनोरंजन भी होगा और अच्छी-खासी calories भी burn हो जाएँगी. यदि आप इसको routine में ला पाएं तो बात ही क्या है.

24. नींबू और शहद का प्रयोग करें : रोज सुबह हल्के गुनगुने पानी के साथ नीबू और शहद का सेवन करें.ऐसा करने से आपका वज़न कम होगा. यह उपाय हमारे पाठक Mr. V D Sharma जी ने अपने अनुभव के मुताबिक बताया है. ऐसा करके उन्होंने अपना वज़न १० किलो तक कम किया है.उम्मीद है यह आपके लिए भी कारगर होगा. इस पोस्ट में मोटापा कम करने के और भी बहुत से आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय दिए गए हैं.

25. दोपहर में खाने से पहले 3 ग्लास पानी पीयें : ऐसा करने से आपको भूख कुछ कम लगेगी, और यदि आप अपना वज़न कम करना चाहते हैं तो भूख से थोडा कम खाना आपके लिए लाभदायक रहेगा.

याद रखिये कि weight reduce करने के लिए आपको सब्र रखना होगा. छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर आप इस काम को तेजी से कर पायेंगे. और इस दौरान आप जो कर रहे हैं उस पर यकीन करना बहुत ज़रूरी है.Hope these tips will help you to reduce weight fast. All the best. 🙂

निवेदन : यदि  यह  लेख  आपके लिए लाभप्रद रहा हो तो कृपया  comment के  माध्यम  से  मुझे ज़रूर बताएं.और इसे अपने Facebook friends  के साथ ज़रूर share करें .

Wednesday, July 12, 2017

मोटापा घटाने के आसान उपाय

 

शरीर पर चरबी का अधिक होना मोटापे का सबसे बड़ा लक्षण होता है। गलत तरह से खान-पान करना, रहन सहन में भी गलत तरीके प्रयोग करना आदि जैसी वजह से पेट बाहर निकल जाता है। और कमर की चरबी अधिक हो जाती है। धीरे-धीरे मोटापा गर्दन, हाथ और पैरों तक फैल जाता है। यानी इन जगहों पर चरबी अधिक हो जाती है। शरीर पूरी तरह से चरबी युक्त हो जाता है। और इंसान को चलने फिरने में भी दिक्कतों के साथ-साथ कई गंभीर बीमारीयों के होने का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। आइये आपको बताते है कमर की चरबी को कम कैसे करें। आयुर्वेद में इसका इलाज संभव है।

कमर की चरबी कम करने के लिए आप इन उपायों का प्रयोग कर सकते हो कमर की चरबी को कम करने का सबसे पहला नियम जो आयुर्वेद में है। वह है भूख से कम ही भोजन का सेवन करें। जितनी भूख है उससे कम ही खाना खायें। इससे पेट का आकार नहीं बढ़ता और पाचन भी ठीक रहता है। कम भोजन करने से पेट में गैस नहीं बनती है। कोशिश करें कि दिन में 2 बार शौच जाएं।

खाना खाने के बाद पानी न पीये
मोटापे से मुक्ति का एक और बड़ा सरल उपाय यह है कि भोजन के तुरंत बाद पानी का सेवन न करें। भोजन करने के लगभग 1 घंटे के बाद ही पानी पीयें। इससे कमर का मोटाप नहीं बढ़ता है। और यह तरीका पेट को कम करने में भी मददगार होता है।

आटे की रोटी 
भोजन में अधिक से अधिक जौ से बने आटे की रोटियों का इस्तेमाल करें। गेहूं के आटे की रोटी का सेवन बिलकुल कम कर दें। जौ शरीर में मौजूद अतरिक्त चरबी को कम कर देता है। जिससे कमर और पेट की चरबी कम हो जाती है।

खाने में करे इन चीजों का इस्तेमाल 
वजन कम करने और अतरिक्त चरबी को कम करने के लिए आपको यह भी पता होना चाहिए कि भोजन में किन चीजों को इस्तेमाल करें और किन का नहीं। आपको चावल, आलू और चपाती का सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए साथ ही खाने में कच्चा सलाद, सब्जी और मिक्स वेज का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।

इस समय पर ही खाना खाए

हमेशा खाना भूख लगने पर ही खाएं। खाना खाते वक्त यह बात जरूर ध्यान रखें कि खाने को मुंह में अच्छी तरह से बारीकी से चबाकर खाएं ताकि आसानी से भोजन गले से नीचे उतर सके।

सुबह का नाश्ता
सुबह के नाश्ते में आप चना, मूंग और सोयाबीन को अधिक से अधिक खाने में उपयोग करें। अंकुरित अनाज में आपको भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व आपको मिलेगें। जो मोटापा को बढ़ने नहीं देगें। दलिया को भी आप अपने नाश्ते में जरूर शामिल करें।

हरी सब्जियों का सेवन

कमर की अधिक चरबी को कम करने के लिए आपको अपने खाने में हरी सब्जियों का अत्याधिक सेवन करना चाहिए। आप मेथी, पालक, चैलाई की सब्जी को अपने खाने में शमिल करें। हरी सब्जियों में मौजूद कैल्श्यिम और फाइबर आपके शरीर में पोषक तत्वों को पहुंचाते हैं। और इनसे आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।

दही
गर्मियों में दही या मट्ठा के सेवन करने से शरीर के चरबी घटती है। दिन में 2 से 3 बार मट्ठा का सेवन करें।
सुबह खाली पेट गरम पानी में 2 चम्मच शहद डालकर 2 महीने तक सेवन करने से कमर का मोटापा कम होता है। इसके अलावा तेल की मालिश करने से भी कमर की चरबी को कम किया जा सकता है।

बाजार से छोटी पीपल को खरीदें। और उसका बारीक चूर्ण बना लें। फिर इसे कपड़े से छानकर अलग रख दें। और सुबह-शाम इस चूर्ण को छाछ के साथ मिलाकर सेवन करें।हाल ही में वैज्ञानिकों ने शोध के आधार पर कहा है कि सुबह नाश्ते से पहले कसरत करने से भी मोटापा दूर हो जाता है।सप्ताह में एक दिन उपवास जरूर रखें। और उपवास के दिन दूध, सूप, जूस और नींबू पानी का सेवन करते रहें।एक शोध में बताया गया है कि काली या हरी मिर्च खाने से मोटापा आसानी से घटाया जा सकता है। मिर्च खाने से शरीर की उर्जा जल्दी खर्च होती है जिससे वजन नियंत्रित रहता है।अगर आप कसरत नहीं कर सकते हो तो खाना खाने के बाद कम से कम पंद्रह मिनट जरूर टहलें।शहद में मधुमालती की जड़ को पीसकर मिलाएं और उसे छाछ के साथ सेवन करें। यह उपाय भी मोटापा आसानी से कम करता है।

छिलके वाली दाल का प्रयोग
वजन कम करने के लिए छिलके वाली दाल का प्रयोग करें। इसमें प्रोटीन की मात्रा कम होती है। रोजाना सेवन करने से कोलेस्ट्राल की मात्रा भी शरीर में कम होती है जिसकी वजह से वजन कम हो जाता है।

लौकी जूस

मोटापा कम करना चाहते हैं तो लौकी के जूस का सेवन करें। इसे एक बार लेने से पूरा दिन पेट भरा-भरा सा रहता है जिससे मोटापा नियंत्रित रहता है।

गर्म पानी का सेवन
चर्बी घटाने के लिए जरूरी है पानी का सेवन करना। पानी के बिना इंसान का जीवन नहीं है। इसलिए यदि जल्दी मोटापा घटाने की चाह रखते हैं तो हल्का गर्म पानी या गुनगुना पानी का सेवन करें। जो लोग अधिक मोटापे से परेशान हैं वे खाना खाने के आधे घंटे के पश्चात गुनगुना पानी का सेवन करें।

गुनगुना पानी पीने से शरीर में मौजूद खराब और विषैले तत्व बाहर आ जाते हैं। यही नहीं गुनागुना पानी गंदगी के अलावा किडनी के रोगों को भी ठीक करता है।
गर्म पानी पीने से पेट की गैस और कब्ज की समस्या भी ठीक हो जाती है। गर्म पानी शरीर में खून का संचार भी ठीक करता है और मोटापे को घटाने के साथ चेहरे में भी चमक लाता है। गर्म पानी इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। यदि आप जल्दी पतला होना चाहते हैं तो गर्म पानी का सेवन करना शुरू कर दें।

एलोवेरा

वजन घटाने के लिए एलोवेरा के पत्तों से उसके रस को निकाल कर उसका सेवन सुबह के समय में करें।

शाकाहारी
यदि आप शकाहारी भोजन खाते हैं तो इससे आपका मोटापा नहीं बढ़ेगा। लेकिन यदि आप अधिक मोटे हैं तो आप पूरी तरह से शाकाहारी हो जाएं। हाल ही में शोधकर्ताओं ने भी माना है शाकाहारी भोजन करने वाले लोगों पर मोटापा असर नहीं करता है। मांसाहार बीमारियों और मोटापे को तेजी से बढ़ाता है।
करौंदे का रस
बाजार में आपको आसानी से करौंदे का रस मिल जाता है। यह आपके वजन घटाने में बहुत ही लाभदायक है। यह शरीर में मेटाबाॅलिज्म को ठीक रखता है।
फलों का रस
आप मौसम के अनुसार मौजूद फलों के रस का सेवन करें। इससे आपका मोटापा नियंत्रित रहता है।
मानसिक योग
यह प्रक्रिया भी आपका वजन तेजी से घटाती है। इस क्रिया को करने के लिए सबसे पहले आप अपने मन में हमेशा यह सोचें कि मैं स्लिम व पतला हो सकता हूं। मुझे अपने को फिट रखना है। आपको हमेशा अपने दिमाग में अपने को हल्का और कम वजन वाला सोचते रहना है।

कैनबेरी का जूस

इस जूस में नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है। क्योंकि कैनबेरी के जूस  एंटीआक्सीडेंट और विटामिन सी होता है। जिससे शरीर की अतरिक्त चर्बी घटती है।

 

एप्पल साइडर

अब शोध में इस बात को मान लिया गया है कि एप्पल साइडर का जूस या पानी पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है जिससे मोटापा भी कम हो जाता है।

धनिया

धनिया का जसू पीने से पेट पूरे दिन भरा हुआ रहता है जिससे अतरिक्त खाना खाने की इच्छा नहीं होती है। और जिस वजह से वजन भी नियंत्रित रहता है।

सलाद का सेवन
सुबह हो या शाम आपको सलाद का सेवन जरूर करना है। इससे आपको कम कैलोरी और हाई फाइबर मिलता है जो कमर की चरबी को आसानी से कम करता है।

खाना खाने के बाद एक गिलास गर्म पानी को घूंट लेकर पीएं आपका मोटापा कम होगा।

रात्री को सोने से 2 घंटा पहले खाना खाएं।कम से कम 200 कदम घर पर या बाहर टहले।

बाहर निकला हुआ पेट अंदर करने के आसान घरेलू तरीके नियमित रूप से पपीता का सेवन करें। पपीता हर मौसम में मिलता है। पपीते में कई तरह के गुण होते है जो पेट की चर्बी को जल्दी घटाते है।

पत्तागोभी का जूस रोज पीएं। इसकी आदत डाल लें। इस जूस में चर्बी को घटाने के गुण होते हैं।

जितना हो सके आप आलू, चावल और चीनी का  सेवन कम से कम कर दें। क्योंकि इनमें अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है। जो मोटापे को बढ़ाते है।

गेहूं के आटे की रोटी खाने की बजाए सोयाबीन, चना और गेहूं के आटे को मिलाकर यानी मिश्रित आटे की रोटी का सेवन करें।  मिश्रित आटे में वसा की मात्रा कम होती है जो चर्बी को बनने नहीं देती है।

छाछ भी तेजी से वजन घटाती है इसलिए एक दिन में दो से तीन बारी छाछ का सेवन करें। अपने खाने में दही का इस्तेमाल जरूर करें। पेट को अंदर करने के लिए दही सेवन फायदेमंद है।

हल्दी और आंवले के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिला लें और इसे छाछ के साथ मिलाकर पीएं। यह कमर को बिलकुल पतला और स्लिम बनाती है। ये उपाय भी काफ़ी सफल रहा है।

यदि मोटापा कम नहीं हो रहा हो तो अपने खाने में हरी मिर्च या काली मिर्च को शामिल करें। नए शोध में बताया गया है कि वजन कम करने के लिए सबसे आसान तरीका है मिर्च को खाना। मिर्च में कैप्साइसिन तत्व पाया जाता है जो भूख को कम करता है और इससे उर्जा की खपत बढ़ती है और वजन नियंत्रण में रहता है।

2 चम्मच देसी शहद को एक चम्मच पुदीने के रस में मिलाकर नियमित लेने से पेट अंदर होता है और वजन भी घटता है।

पुदीने की चाय बनाकर पीने से मोटापा जल्दी कम होता है।फलों और सब्जियों में कैलोरी कम होती है इसलिए जितना हो सके आप फलों और सब्जियों का सेवन अधिक करें। केवल चीकू और केला न खाएं। ये मोटापा बढ़ाते हैं।

टमाटर का 250 ग्राम रस 3 महीने तक सुबह खाली पेट लें। यह बहार निकले हुए पेट को अंदर कर देगा।सलाद में प्याज और टमाटर खाएं और इसमें नमक और काली मिर्च का पउडर डालें। सलाद खाने से पेट जल्दी भरता है और वजन नियंत्रित होता है।

नींद

यदि नींद पूरी न हो तो इससे अक्सर अधिक भूख लगती है। जिस वजह से शरीर के हार्मोन्स ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाते हैं। और भूख अधिक लगती है साथ ही भोजन  पचने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए पर्याप्त नींद जरूर लें। कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लीजिये।

स्लिमिंग एंजेट को शामिल करें

वजन को नियंत्रित रखने के लिए स्लिमिंग एजेंट जैसे मिनरल और विटामिन अधिक से अधिक खाएं। इनमें कैलोरी बेहद कम होती है जो वजन को नियंत्रित करती हैं। लेकिन ये उपाय करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लीजिये।

टेंशन कम लें

पुरूषों को चाहिए कि वे तनाव को अपने उपर हावी न होने दें। तनाव की वजह से भी वजन बढ़ता है। इसके लिए ध्यान और योग करे। और इस बात को भी समझे की इस दुनिया में सब कुछ नाश्वर है तो किस बात की चिंता।

मोटापा घटाने के लिए करें ये परहेज

क्रेश डायट न लें

क्रेश डायट वजन कम तो जरूर करती है लेकिन यह चर्बी घटाने के साथ मांसपेशियों को भी गलाने लगती है। और बाद में गली हुई चर्बी  वापस आ जाती है। क्रेश डायट लेने से सांस की बदबू, सिर दर्द और मतली जैसे समस्याएं हो सकती हैं।

 अदरक और लाल मिर्च

लाल मिर्च और अदरक को कूट लें और इन्हें मिलाकर इसका सेवन करें। इससे मोटापा घटता है।

सुबह केला खाने के बाद गर्म पानी पीने से घट जाएगा मोटापा
वजन घटाने के लिए यदि आप कई कोशिशों के बाद भी थक गए हैं और नतीजा नहीं आ रहा हो तो बस एक आसान सा उपाय जरूर करें। इस उपाय से आपका वजन जरूर घट जाएगा। यह उपाय पूरी तरह से प्राकृतिक है। यदि आप सुबह के समय में केला खाने के बाद एक गिलास गुनगुना पानी पीएगें तो वजन तेजी से घट सकता है। इसके अलावा आपको अपने खान पान में किसी भी चीजे को कम या बढ़ाने की जरूरत नहीं है। आप जो खाते हैं वे खाते रहें बस सुबह के समय में नाश्ते में केवल केला जितना आप खा सकते हैं खाएं यानि कि भर पेट और बाद में एक गिलास गुनगुना पानी पी लें।

इस उपाय को रोज कुछ दिनों तक करते रहना। एक भी दिन छोडें ना।

कैसे कम करता है केला और गुनागुना पानी ये भी आपके लिए जानना बेहद जरूरी है।

केले में मौजूद गुण शरीर के मेटाबाॅलिज्म को बढ़ा देते हैं और उसी वजह शरीर की पाचन करने की क्रिया भी बहुत तेजी से होने लगती है। जिससे मोटापा आसानी से कम होने लगता है।

केला खाने से आपका पेट अधिक समय तक भरा रहता है। और आपको और कुछ लेने की इच्छा नहीं होती है। साथ ही साथ केला आपके शरीर में उर्जा में भी किसी तरह की कमी को नहीं आने देता है। केला शरीर की क्षमता को भी बढ़ा देता है।

क्यों केला खाने के बाद गरम पानी पीना चाहिए
केला खाने के बाद गुनगुना पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। इसलिए हमेशा सुबह के समय में सादा पानी ही पीना चाहिए।

इस उपाय को करते समय एक चीज का जरूर ध्यान रखें कि आप अपने भोजन में मीठी चीजों को लेना कम कर दें। इसके अलावा केला ताजा होना चाहिए ज्यादा पुराना नहीं। आपको इसका फायदा और तेजी से मिलेगा।

केले खाने के बाद गुनगुना पानी पीने से एक और फायदा मिलता है वो है चेहरे में प्राकृतिक चमक का आना। केला और गुनगुना पानी त्वचा की गंदगी को भी साफ कर देते हैं। जिससे आपकी त्वचा खिल उठती है।

कैलोरी वाली चीजें

आपको फैट बढ़ाने वाली चीजों जैसे पिज्जा, बर्गर और नूडल्स आदि से भी परहेज करना है। इसके अलावा शराब और कोला आदि का सेवन भी न करें।

वजन कम करना कठिन नहीं है बस आपको अपने खान-पान में थोड़ा सा चेंज करना है। जिससे आप पतले और स्लिम होने लगोगे। जितना हो सके फास्ट फूड से परहेज करें। क्योंकि एक बार मोटापा बढ़ता है तब यह आसानी से घटता नहीं है जिस वजह से उम्र तो अधिक लगने लगती है साथ ही अनेक बीमारीयां भी शरीर पर लगने लगती है।

आपको अपने जीवन शैली में एक छोटा सा परिवर्तन लाना जरूरी है। जैसे चढ़ने और उतरने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल करें। साईक्लिंग करना, जाॅगिंग, टहलना, और व्यायाम जरूर करें। एैसा करने से आपकी कमर की चरबी तो कम होगी ही साथ ही आपको मोटापे से मुक्ति मिल जाएगी। इसलिए आप इन घरेलू उपायों को अपनाकर पेट की चर्बी को कम कर सकते हो।

Saturday, July 8, 2017

अलसी के बीज से कुछ यूं करें अपने बढ़ते वजन को कम

अलसी के बीज का सेवन कर आप आसानी से अपने अपने वजन को कंट्रोल कर सकती हैं। यह बीज आपके वजन केा कम करने में काफी अत्यधिक उपयोगी होता है। हालांकि अलसी के बीज हर किसी के शरीर को सूट नहीं करते हैं।

इसलिए इसको अपनी डाइट में जोड़ने से पहले यह जरूरी है कि आप ऐसा करने से पहले डॉक्टर से जरूर बात कर लें। इस आर्टिकल में आज हम आपको बताने जा रहे है कि अलसी के बीज से कैसे हम अपने वजन को कम कर सकते हैं। जानने के लिए पढ़ते रहे।

अलसी के बीज में होने वाला फाइबर वजन कम करने में करता है मदद (The fiber in flax seeds support weight loss)

अलसी के बीज में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो कि वजन को कम करने में मदद करता है। हम आपको बता दें कि अलसी के बीज के 1 चम्मच में कम से कम 3 ग्राम फाइबर (fiber) होते हैं, जो कि वजन को आसानी से कम करता है। उच्च फाइबर होने के कारण इसका सेवन करने से आपको भूख कम लगती है, और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है।

सरल शब्दों में यू कहा जा सकता है कि अलसी के बीज में उच्च फाइबर होने की वजह से यह आपके पेट को आसानी से भर देता है, जिससे आपको भूख कम लगती है। इससे पेट की चर्बी भी गायब होने लगती है। इनका सेवन करने से कैलोरी की खपत कम होती है, जिससे आसानी से वजन कम होने लगता है। इसमें होने वाले फाइबर के कारण यह आपकी भूख को भी कम करता है  और आपके पाचन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने की कोशिश करता है। इतना ही नहीं यह कब्ज से भी छुटकारा दिलाता है और पेट को साफ करता है। अलसी के बीज पेट से संबंधित हर तरह की समस्या का इलाज करने में भी काफी मददगार होता है।

अलसी का बीज शरीर में इंसुलिन से संवेदनशीलता बढ़ाता है (Flax seeds increase insulin sensitivity in the body)


कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि अलसी का बीज इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में काफी प्रभावी होता है। जिन लोगों को समय से पूर्व ही मधुमेह की परेशानी हो जाती है, उनके शरीर में इंसुलिन की मात्रा काफी कम होती है, जिस कारण उनका वजन कम होने में मदद मिलती है। तो अगर आपका इंसुलिन भी संवेदनशील है, तो आप ऐसे में आप अलसी के बीज का सेवन करके अपने बढ़ते वजन को कम कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको आसानी से अत्यधिक फैट (fat) से आसानी से छुटकारा मिल जाता है।

वजन कम करने के लिए अलसी के बीज का ओमेगा 3 (Omega-3 of flax seeds for weight loss)

अलसी का बीज ओमेगा 3 फैटी एसिड (omega 3 fatty acid) का एक अच्छा स्रौत होता है, यह हृदय रोगों के खतरे को कम कर देता है। इसके अलावा यह खराब कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को भी सीमित कर देता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड को एक्सरसाइज (exercise) करते समय शरीर के मांसपेशियों के अतिरिक्त वसा को कम कर देता है। तो जब आप इस मिशन (mission)में हो कि आपको अपना वजन कम करना ही है, तो आप ऐसे में अपनी डाइट (diet) में अलसी के बीज को जरूर जोड़ लें। इसके साथ ही आपको साथ के साथ एक्सरसाइज भी करनी चाहिए। ऐसा करने से आप आसानी से अपने बढ़ते वजन को कम कर सकते हैं।

अलसी के बीज से आपका मेटाबोलिजम बूस्ट होता है (Lignans of flax seeds can help in boosting metabolism)

अलसी के बीज को लिगनेंस का महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। लिगनेंस से यह साबित हो गया है कि एंटी ऑक्सीडेंट (anti-oxidant) गुण आपके शरीर के मेटाबोलिजम (metabolism) को कम करने में काफी मदद करते हैं। जिससे हमारा वजन काफी आसानी से कम होने लगता है।

तो अब आप जान चूके होंगी कि अलसी के बीज किस तरह वजन को कम करने में मददगार होते हैं। अलसी के बीजों की सबसे खास बात यह है कि आप इन्हें किसी भी डिश के साथ मिलाकर खा सकती हैं। इसके अलावा आप बिना पकाएं भी अलसी के बीज का सेवन कर सकती हैं। इसका सेवन आप चाहे तो सीधे कर लें, अगर आपको इसका सेवन सीधा ना करना हो तो आप इन्हें पानी में भिगोकर भी खा सकते हैं। अलसी के बीजों का स्वाद खराब नहीं होता है, तो इसे आप आसानी से सीधे सेवन कर सकती हैं। हालांकि अलसी के बीज को आप कच्चा, पकाकर या फिर भिगोकर भी खा सकते हैं।

अलसी के बीजों को अपनी डाइट में कैसे जोड़े (How to include flax seeds in your diet)

जब आप वजन कम करने के लिए अलसी के बीज का सेवन कर रहे हैं, तो ऐसे में आप सुबह उठकर अलसी के बीजों भरी एक मुट्ठी का सेवन कर सकते हैं, ऐसा करने के बाद इन्हें अच्छे से चबाएं। यह कब्ज से राहत पाने में भी मददगार होता है। आप एक गर्म पानी का गिलास लें और उसमें अलसी के बीज को मिक्स (mix) करके सुबह उठकर इसका सेवन कर लें।

रात को अलसी के बीज को पानी में भिगोने से आप इन्हें सुबह उठकर खा सकती हैं। ऐसा करने से आपका वजन आसानी से कम हो जाएगा। इसके अलावा कोशिश करें कि आप इन फ्लैस सीड्स को सुबह के समय अपने नाश्ते से कम से कम 20 मिनट पहले सेवन करें। ऐसा करने से भूख पर नियंत्रण रखा जा सकता है और आपका वजन आसानी से कम हो जाएगा।

फ्लैस सीड्स (flax seeds) को सीधे खाने के अलावा आप इन्हें अपने खाने में भी मिला सकते हैं। ऐसा करने से आप आसानी कम से कम खाना खाएंगे और आपका वजन भी आसानी से कम होगा।

अलसी के बीज और ओटमिल (Flax seeds with oatmeal)

ओटमिल नाश्ते के लिए काफी अच्छा होता है, इसमें उच्च फाइबर और दूसरे पोषण तत्व होने के कारण यह वजन को नियंत्रित करता है। जब आप अपने सुबह के नाश्ते के लिए दलिया बनाने जा रहे हो तो ऐसे में आप उसमें ओट्स, स्किम्ड (skimmed)दूध, बादाम डालकर इसके ऊपर से अलसी के बीज को मिला लें। हमारा यकीन कीजिए अलसी के बीज किसी भी तरह से स्वाद में बुरे नहीं होते हैं, बल्कि यह तो आपके स्वाद को और भी बढ़ा देता है। आप ओट्स के बन जाने पर बाद में ऊपर से 1 चम्मच अलसी के बीज से भी सजावट कर सकते हैं।

रोटी के साथ अलसी के बीज (Flax seeds with chapatti)

आप अपने रोज की रोटियों को और भी स्वादिष्ट बना सकती हैं, इसके लिए आपको अपने रोजाना के आटे में अलसी के बीज को जोड़ना होगा। ऐसा करने से आपकी रोटियां काफी अच्छी बन जाती हैं और आप आसानी से अपने वजन को कम कर सकती हैं।


केक, कुकीज, पेनकेक्स के साथ फ्लैस सीड्स (Flax seeds with cakes, cookies and pancakes)

आप अपने वजन को कम करने के लिए केक, कुकीज और पेनकेक्स में आसानी से अलसी के बीज को जोड़ सकती हैं। ऐसा करने से आपका वजन आसानी से कम हो सकता है, इतना ही नहीं इससे कई और स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हालांकि आप जब किसी रेसीपी में अलसी के बीज डाल रहे हैं, तो उसका सेवन दिन में कई बार ना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि अलसी के बीज का सेवन करने से आप आसानी से आपके शरीर पर इसका प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि कई सारे अलसी के बीज का सेवन करने से आपको पेचिशभी लग सकते हैं। ऐसा करने से वजन कम होने के बजाय बढ़ सकता है।

अलसी के बीज के साथ स्मूथिस (Flax seeds with smoothies)

आप अपनी मनपसंद स्मूथी के साथ भी अलसी के बीजों को जोड़ सकती हैं। स्मूथी (smoothie) जो कि दूध, फल जैसे स्ट्रॉबैरी (strawberry), शहद और अलसी के बीज से बनकर तैयार है, उसका स्वाद काफी अच्छा होगा। इन बीज को अपनी स्मूथी में मिलाने के लिए आपको कुछ करने की जरूरत नहीं है, बस आपको इन्हें ग्राइंड (grind) करके ऊपर से स्मूथी डालनी होगी। ऐसा करने से भी आप बढ़ते वजन को कंट्रोल (control) कर सकती हैं।

अलसी के बीज के साथ रायता (Flax seeds with raita)

अलसी के बीज को रायता में मिलाने से भी आपके स्वास्थ्य को काफी बेहतरीन लाभ मिलते हैं। रायता बनाने के बाद आप इसमें रोस्ट (roast) किए हुए अलसी के बीज मिला लें। अलसी के बीज को मिलाकर आप आसानी से रायते में मिला सकती हैं।

Friday, July 7, 2017

बच्चों पर मोबाइल व टैबलेट के 10 दुष्प्रभाव जानिए


क्या आप अपने छोटे बच्चे को स्मार्टफोन या Tablet से खेलने देते हैं ? क्या आप जानते हैं कि ये सारी डिवाइस हमारे छोटे बच्चों के सीखने और व्यक्तित्व को किस प्रकार से प्रभावित कर रही हैं ? इस पोस्ट में मैं आपको बताने जा रहा हूं कि 12 साल से छोटे बच्चों के मोबाइल, टेबलेट प्रयोग करने के बुरे असर क्या हैं . 

पिछले दो दशकों में टैक्नोलॉजी ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है और इसे बहुत कंफर्टेबल बनाया है. मोबाइल सेलफोन, टैबलेट और स्मार्टफोन जैसी डिवाइस ने छोटे बच्चों में तकनीक की एक्सेसिबिलिटी और उपयोग को बढ़ा दिया है. बच्चों को केवल कठोर सुपरवीज़न के तहत ही मोबाइल सेलफोन, टैबलेट और स्मार्टफोन का उपयोग करने देना चाहिए. उनके निजी उपयोग के लिए तो ये हरगिज़ नहीं खरीदना चाहिए

हाल में इस विषय पर अनेक रिसर्च हुई हैं जिनसे यह पता चला है कि टैक्नोलॉजी हमारे बच्चों को फायदा पहुंचाने की बजाए लांग-टर्म में नुकसान पहुंचा रही है फिर भी बहुत बड़ी संख्या में माता-पिता बच्चों को बेरोकटोक इनका उपयोग करने दे रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इनके उपयोग से बच्चे स्मार्ट बन रहे हैं और बिज़ी रहते हैं.

अब तो लोग नवजात शिशुओं और टोडलर्स तक के पास इन डिवाइस को रखने लगे हैं जिससे बच्चों का विकास, व्यवहार और सीखने की क्षमता बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. टैक्नोलॉजी का प्रभाव छोटे बच्चों पर बड़ों की तुलना में 4-5 गुना अधिक तेजी से होता है और यह उनके स्वाभाविक विकास में कई प्रकार की गड़बड़ियां पैदा कर सकता है.

बच्चों को मोबाइल सेलफोन, टैबलेट, स्मार्टफोन से क्यों दूर रखें  why mobile should keep away from children in hindi

1. दिमाग का तेज विकास ( Rapid brain growth): दो साल का होने तक बच्चों का दिमाग आकार में लगभग तीन गुना तक हो जाता है और 21 साल का होने तक इसमें फिज़िकल बदलाव आते रहते हैं. दिमाग का शुरुआती विकास कई प्रकार के वातावरणीय उद्दीपनों (Environmental Stimuli) के होने या उनकी अनुपस्तिथि पर डिपेंड करता है. विकसित हो रहे दिमाग पर टैक्नोलॉजी के ओवरएक्सपोज़र से बच्चों में सीखने की क्षमता में बदलाव, ध्यान न लगना, भोजन ठीक से न करना, आंखें खराब होना, हायपरएक्टीविटी और स्वयं को अनुशासित व नियमित न रख पाने की समस्याएं पैदा होने लगती हैं.

2. विकास धीमा हो जाना (Delayed development):

आज हमारे पास जिस प्रकार की टैक्नोलॉजी है वह बच्चों की मूवमेंट्स को सीमित कर देती है जिससे उनका शारीरिक विकास पिछड़ सकता है. स्कूल जानेवाले तीन बच्चों में से एक में शारीरिक विकास सुस्त दिखता है जिससे उनकी शैक्षणिक क्षमताएं व योग्यताएं प्रभावित होती हैं. फिज़िकल एक्टिविटी करते रहने से बच्चे फोकस करना सीखते हैं और नई स्किल्स डेवलप करते हैं. 12 साल से कम उम्र के बच्चो के जीवन में टैक्नोलॉजी का दखल उनके विकास व शैक्षणिक प्रगति के लिए दुष्प्रभावी होता है.

3. मोटापा बढ़ना (Epidemic obesity): जिन बच्चों को ये डिवाइसेज़ उनके कमरे में उपयोग करने के लिए दी गईं उनके मोटे होने का रिस्क 30 प्रतिशत तक अधिक पाया गया. मोटे बच्चों में भी 30 प्रतिशत को डायबिटीज होने का और बड़े होने पर पैरालीसिस व दिल के दौरा आने का खतरा बढ़ जाता है. ये सारे खतरे उनकी लाइफ़ एक्सपेक्टेंसी को कम करते हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि 21वीं शताब्दी में बच्चों की उम्र उनके माता-पिता की उम्र जितनी लंबी नहीं रह पाएगी.

4. नींद की कमी (Sleep deprivation): 60 प्रतिशत माता-पिता अपने बच्चों के टैक्नोलॉजी के इस्तेमाल की निगरानी नहीं करते हैं और 75 प्रतिशत बच्चों को उनके बेडरूम में टैक्नोलॉजी इस्तेमाल करने की खुली छूट मिली है. नौ से दस साल की उम्र के इन बच्चों की नींद टैक्नोलॉजी के दखल के कारण प्रभावित हो रही है जिससे उनकी स्टडीज़ प्रभावित होती हैं.

5. मानसिक रोग (Mental illness): टैक्नोलॉजी के अनियंत्रित उपयोग से बच्चों में डिप्रेशन, एंज़ाइटी, अटैचमेंट डिसॉर्डर, ध्यान नहीं लगना (Attention deficit), ऑटिज़्म (Autism), बाइपोलर डिसॉर्डर, उन्माद (Psychosis), और प्रॉब्लम चाइल्ड बिहेवियर (problematic child behavior) जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं.

6. आक्रामकता (Aggression): मीडिया, टीवी, फिल्मों और गेम्स में हिंसा बहुत अधिक दिखाई जाती है, जिससे बच्चों में आक्रामकता बढ़ रही है. आजकल छोटे बच्चे शारीरिक और लैंगिक हिंसा के प्रोग्राम और गेम्स के संपर्क में आ जाते हैं जिनमें हत्या, बलात्कार  और टॉर्चर के दृश्यों की भरमार होती है. मीडिया में दिखलाई जानेवाली हिंसा को अमेरिका में पब्लिक हेल्थ रिस्क की श्रेणी में रखा जाता है क्योंकि यह बच्चों के विकास को विकृत करती है.

7. डिजिटल स्मृतिलोप (Digital dementia): हाई-स्पीड मीडिया कंटेंट से बच्चों के फोकस करने की क्षमता बुरी तरह से प्रभावित होती है जिससे वे किसी एक चीज़ पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते और तथ्यों को याद भी नहीं रख पाते. जो बच्चे ध्यान भटकने की समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं उन्हें पढ़ाई करने में दिक्कत आती है

8. लत लगना (Addictions): जब माता-पिता स्वयं अपने गैजेट्स में खोए रहते हों तो वे अपने बच्चों से भावनात्मक आधार पर दूर होने लगते हैं. बेहतर विकास के लिए यह ज़रूरी है कि माता-पिता बच्चों को समय दें. जब बच्चे माता-पिता की कमी महसूस करते हैं तो वे टैक्नोलॉजी व इन्फॉर्मेशन के बहाव में खो जाते हैं और इसके लती हो जाते हैं. टैक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल करनेवाले लगभग 10 प्रतिशत बच्चे इसके इतने लती हो गए हैं कि वे अपना खाना-पीना तक भूल जाते हैं और सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक अपने गैजेट से चिपके रहते हैं.

9. रेडिएशन के खतरे (Radiation emission): WHO ने मई, 2011 में सेलफोन के 2B कैटेगरी के रेडिएशन रिस्क को संभावित कैंसरकारक (possible carcinogen) बताया है लेकिन वर्ष 2013 में टोरंटो विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (University of Toronto’s School of Public Health) के डॉ. एंथोनी मिलर ने अपनी रिसर्च में बताया कि रेडियो फ्रेक्वेंसी एक्सपोज़र के आधार पर 2B कैटेगरी को नहीं बल्कि 2A कैटेगरी को कैंसरकारक मानना चाहिए. बच्चे हमारा भविष्य हैं लेकिन टैक्नोलॉजी को हद से ज्यादा इस्तेमाल करनेवाले बच्चों का भविष्य धूमिल है.

10. आंखों पर दबाव (Eye strain): स्मार्टफोन और इसी तरह के गैजेट्स का दुष्प्रभाव सबसे पहले बच्चों की आंखों पर दिखता है क्योंकि वे बैकलिट स्क्रीन को घंटों तक अपलक देखते रहते हैं. इसे कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम (computer vision syndrome) भी कह सकते हैं. यदि आप अपने बच्चों की आंखों की भलाई चाहते हैं तो उन्हें एक बार में 30 मिनट से अधिक समय तक स्क्रीन नहीं देखने दें.

Thursday, July 6, 2017

कैसे एक सप्ताह में खुद को पतला बनाएँ

क्या आप एक ऐसी यात्रा पर जाने वाले हैं, जहां आप एक स्विमिंग सूट पहनना चाहते हैं या अपने दोस्त की शादी में जाने के लिए एक बढ़िया पोशाक में फिट होना चाहते हैं? अगर आप स्थायी रूप से वजन घटाना चाहते हैं, तो आहार और व्यायाम के माध्यम से, लंबी अवधि में क्रमिक वजन घटाना ही सबसे अच्छा विकल्प है। लेकिन अगर आपके पास स्लिम होने के लिए सिर्फ एक सप्ताह का ही वक्त है, तो यहां कुछ दिशानिर्देश दिए गए हैं जिनका आप स्लिम होने के लिए पालन कर सकते हैं। एक सप्ताह में पतले होने के सुझाव और चालों के लिए नीचे से पढ़ना शुरु करें।

2की विधि 1:
परहेज़

1

केवल पानी पीएँ: उन कष्टप्रद अतिरिक्त कैलोरी से छुटकारा पाने का एक तरीका पानी के अलावा कुछ भी नही पीना है।[१].स्पोर्ट्स ड्रिंक, सोडा और मादक पेय पदार्थ भूख को संतुष्ट नहीं करते, बल्कि सिर्फ कैलोरी जोड़ते हैं।यहाँ तक कि आहार पेय का भी आपके वजन पर नकारात्मक परिणाम हो सकता है। अनुसंधान में यह पाया गया है कि आहार सोडा भी वजन बढ़ाने से जुड़ा हुआ है।

[२].हर बार भोजन से पहले 200 ml पानी के दो ग्लास पिएँ, जिससे आपका पेट भर जाएगा और आप ज्यादा नहीं खाएगें।[३].एक दोबारा भरी जाने वाली पानी की बोतल खरीदें और आप जहां भी जाएं, इसे अपने साथ ले जाएँ। इस तरह, आप मीठे पेय या सोडे को खरीदने के बजाय दिन भर अपने आप को हाइड्रेट करना जारी रख सकते हैं।

2

सफेद अनाज और डेयरी उत्पाद खाना बंद कर दें: शरीर को फुलाने वाले खाद्य पदार्थों को बंद करके, आप बहुत कम समय में पतले दिखने में सक्षम होगें।

[४].कार्बोहाइड्रेट शरीर को फुलाता है, विशेष रूप से पेट के आसपास, जहां यह सबसे अधिक दिखाई देता है।सरल कार्बोहाइड्रेट पचाने में भी आसान होते हैं, जिससे भले ही आपने बहुत कैलोरी का सेवन किया हो, आप भूखे ही रह जाते हैं।डेयरी भी शरीर को फुला सकती है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो लैक्टोज नहीं सहन कर सकते या जिनको एलर्जी हो

[५]। जब आप किराने की खरीदारी कर रहे हैं, तब डेयरी मुक्त उत्पाद देखें। अगर आप चीज़ के बिना नहीं रह सकते हैं, तो आपके लिए सोया आधारित विकल्प भी उपलब्ध हैं, जो आप अपनी तृष्णा को खत्म करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

3

फाइबर का सेवन करें: अपने आहार में फाइबर की एक बड़ी मात्रा लेकर आप जल्दी और समय की एक लंबी अवधि के लिए भरा हुआ महसूस कर सकते हैं। इसमें पाचन तंत्र के माध्यम से वसा नीचे चला जाता है, और यह शरीर में कम अवशोषित होता है।

[६].अपनी सुबह के नाश्ते में अनाज की जगह दलिया या थोड़ा वसा रहित दही में ऊपर से अलसी डालकर खाएँ।पास्ता की जगह, अपने भोजन में, सूखे सेम और सब्जियों की तरह फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को खाएँ।

4

सब्जियों का सेवन करें: सब्जियों में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, पिज्जा और ब्रेड में मौजूद कार्बोहाइड्रेट से धीरे पचता है।

[१]सब्जियों में भी बहुत सा पानी होता है, तो वे अतिरिक्त पानी के वजन से छुटकारा पाने में मदद करेगी।क्योंकि सब्जियां मात्रा में उच्च लेकिन कैलोरी में कम होती हैं, उन्हें खाना कुल मिलाकर कम कैलोरी की खपत करना है, और आप तेजी से भरा हुआ महसूस करेंगे।

5

मीठा ना खाएँ: मीठा ना केवल आमतौर पर अतिरिक्त कैलोरी जोड़ता है, जब आप पहले से ही संतुष्ट और भरे हुए होते हैं, बल्कि इसमें मौजूद उच्च मात्रा की शर्करा और कार्बोहाइड्रेट, शरीर को फुलाने का भी कारण बनता है।

[७].अगर आप कुछ मीठे के लिए तरस रहे हैं, तो फल या थोड़ी सी डार्क चॉकलेट खा सकते हैं। डार्क चॉकलेट आपके लिए बढ़िया रहेगी!ऐसे स्थानों से बचें जो आपकी तृष्णा को गति प्रदान कर सकते हैं, जैसे आपकी पसंदीदा बेकरी, रेस्तरां, मिठाई की दुकान, या कैंडी शोप।

6

खाना धीरे धीरे खाएँ: यदि आप एक व्यस्त जीवन शैली जीते हैं, तो आप अक्सर अपने डेस्क पर, खड़े होकर या अपनी कार में खाना खाते हैं। इसमें आपको यह पता नही चलता कि आपका शरीर कब भर जाता है।[८]जब आप धीमी गति से खाते हैं, आप अपने दिमाग को पेट के साथ संवाद करने और बताने का समय देते हैं कि यह खाना बंद करने का समय आ गया है।जब आप अपने भोजन के साथ संतुष्ट महसूस करें, खाना बंद कर दें।

7

कैलोरी सीमित करें: अपना वजन कम करने के लिए आपको जिम्मेदारी के साथ अपने आहार में से कैलोरीज कम करने की जरूरत है।एक उचित तेजी से वजन कम करने के क्रम में, रोज़ आपका लक्ष्य 1,200 से 1,500 के बीच होना चाहिए।

[९]भले ही आप कैलोरी कम कर रहे हैं, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप अभी भी जरूरी पोषक तत्व ले रहे हैं। कई खाद्य पदार्थ जो पोषक तत्व नहीं देते (मीठा पेय, डेसर्ट, और जंक फूड) को ना खाएँ और ताजी सब्जियां, फल, और बिना चर्बी के मांस के लिए जगह बनाएँ।अगर आप गंभीर रूप से अपने कैलोरी की मात्रा में कटौती करते हैं, तो आपका शरीर भुखमरी की हालत में जा सकता है और अधिक वसा को ग्रहण कर सकता है।

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2की विधि 2:
व्यायाम

1

कार्डियो व्यायाम करें: एक कार्डियो व्यायाम करना, जो आपके दिल की दर को ऊपर करें, कैलोरी खोने और पाउंड बहाने का सबसे अच्छा तरीका है। आप लगातार करें और अगर आप एक सप्ताह में वजन ड्रॉप करना चाहते हैं, तो सप्ताह में हर एक दिन इस व्यायाम को करें।

[१०].एक कार्डियो व्यायाम चुनें, जैसे दौड़ना, तैराकी, या बाइकिंग।अपने आप को प्रेरित रखने के लिए, जिम जाने या व्यायाम शुरू करने के समय पर अलार्म सेट करें। यह आपके शिड्यूल में व्यायाम को एकीकृत करने और जाने के लिए याद दिलाता रहेगा।आप के साथ व्यायाम करने के लिए किसी दोस्त से पूछें। जिम जाने या जॉगिंग करना आसान होगा, जब आप के साथ कोई होगा, वो आपको प्रेरित करता रहेगा। यह व्यायाम को अधिक सुखद भी बनाता है।अपनी कैलोरी को तेजी से जलाने के लिए, आप अपनी कसरत की तीव्रता में वृद्धि करें। यदि आप जॉगिंग या ट्रेडमिल पर हैं, तो अपनी कसरत की इच्छा और स्तर को ऊपर बढ़ाएँ।कार्डियो व्यायाम सबसे प्रभावी तब होते हैं, जब वे 40-60 मिनट लंबे होते हैं[

११]। प्रत्येक दिन व्यायाम के लिए एक घंटा अलग से निर्धारित करें।

2

इंटरवल ट्रेनिंग करें: इंटरवल ट्रेनिंग, कुछ समय के लिये किए जाने वाले तीव्र गतिविधि के व्यायाम हैं, इसमें कम तीव्र गतिविधि वाले अंतराल भी होते हैं। इंटरवल ट्रेनिंग, व्यायाम के रूप में आपकी और अधिक कैलोरी जलाने में मदद करता है।

[१२].अपनी मौजूदा कसरत में इंटरवल ट्रेनिंग एकीकृत करें। उदाहरण के लिए, अगर आप हल्की सैर करना चाहते हैं, तो अपनी कसरत में थोड़ी थोड़ी देर में दौड़ लगाना शामिल करें। और यदि आप तैराकी करते हैं, तो हर 5-10 मिनट में अपनी तैराकी के स्तर को ऊपर ले जाना निर्धारित करें।इंटरवल ट्रेनिंग हृदय फिटनेस में सुधार और वसा को जलाने के लिए शरीर की क्षमता को भी बढ़ाता है।

[१३].

3

पुश-अप्स और लंजेस करें: पुश-अप्स और लंजेस के कुछ सेट करने से हर दूसरे दिन आपकी मांसपेशियों को टोन करने में मदद मिलेगी और सप्ताह के अंत तक आप पतले दिखेंगे।[१]यदि आप कुछ ऐसा पहनने जा रहे हैं, जिससे आपके शरीर का ऊपरी हिस्सा (एक स्लीवलेस टॉप या एक स्ट्रिप्ड पोशाक) दिखेगा, तो अधिक पुश-अप्स करें। वे शरीर के ऊपरी हिस्से को निशाना बनाते हैं और आपकी भुजाओँ और कंधों को अधिक टोन करते हैं।यदि आप कुछ ऐसा पहनने जा रहे हैं, जिससे आपके शरीर का निचला हिस्सा (शॉर्ट्स या एक स्कर्ट) दिखेगा, तो लंजेस करने से आपके बट्स, हिप्स और जांघें ठोस हो जाएगी।

4

सीढ़ियों से जाएँ: आप अपने दैनिक जीवन में जितना ज्यादा व्यायाम शामिल करने की कोशिश कर सकते हैं, करें, जिससे आपकी मांसपेशियां कैलोरी को जलाना और टोन होना जारी रख सकें।आलसी शॉर्टकट्स से दूर रहें। उदाहरण के लिए, अगर आप आमतौर पर लिफ्ट लेते हैं, तो सीढ़ियों से जाएँ। भले ही पोस्ट ऑफिस आपसे एक ब्लॉक दूर है अगर आप ड्राइव करते हैं, तो इसके बजाय चलकर जाएँ। रसोई घर में लाइट जल रही है, यह करने के लिए अपने पति या पत्नी से बोलने की बजाय उठो और उसे बंद करो।

सलाह

बहुत सारा पानी पीजिये। आपको लगता है आप भूखे हैं, लेकिन असल में आप प्यासे हो सकते हैं। यह आपकी भूख में कटौती करेगा, खाने से आधे घंटे पहले पानी का एक गिलास पीना याद रखें ।सप्ताह के दौरान पर्याप्त नींद लें, ताकि आप अगले दिन तृष्णा का अनुभव नहीं करें। अनुसंधान से पता चलता है, कि अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आपका लेप्टिन का स्तर नीचे चला जाता है और आप और अधिक खाना चाहते हैं।

[१४].जब आपका पेट भर जाएँ, खाना बंद कर दें। कभी भी अपनी थाली में खाना खत्म करने के लिए अपने आप को मजबूर ना करें। एक अच्छा स्वस्थ भोजन करना महत्वपूर्ण है। खुद को भूखा न रखें! अपने आप को बहुत मजबूर नहीं करें, अगर आपको अपनी सीमा पता है और तो अपने लाभ के लिए ज्ञान का उपयोग करें। अगर आप जानते हैं कि आप केवल 40 पुश अप कर सकते हैं, तो 41 या 42 का लक्ष्य रखें। भले ही यह एक छोटा सा कदम है, यह अभी भी सही दिशा में एक कदम है।आपके शरीर को टोन करने में मददगार प्रत्येक व्यायाम को रोज कम से कम 50 बार करें।

जब आपको भोजन मिलता है, तब आप बताएँ कि आपके लिए कितना भोजन पर्याप्त होगा, बजाय ज्यादा खाने और अधिक लेने के। आवश्यकतानुसार भोजन लें और खत्म करें, बजाय अधिक खाने के।

आने वाले सप्ताह के लिए अपनी भोजन की योजना और एक ही बार में अपने किराने की खरीदारी करें। इस तरह अगर आपको अस्वास्थ्यकर भोजन की लालसा होगी, तो आपके पास सिर्फ एक स्वस्थ विकल्प ही उपलब्ध होगा..जब भी संभव हो व्यायाम करें।

सोने के तीन घंटे पहले कुछ न खाएँ। सोने से पहले खाना भोजन से निकलने वाली कैलोरी को जलने से रोक देगा।

अपने उल्टे हाथ से खाने की कोशिश करें। यह आपको धीमी गति से खाने में मदद करेगा, यदि आपका दाया हाथ चलता हैं, तो अपने बाएँ हाथ से खाएँ, और अगर आपका बाया हाथ चलता है, तो अपने दाहिने हाथ से खाएँ।

खाना खाने के बाद पार्क या कहीं बाहर कम से कम 30 मिनट तक टहलें और 40 सेकंड को लिए दौड़ें।

फोन पर बात करते समय या खाली समय में थोड़ी देर के लिए सीढ़ियां चढ़ें और उतरें। यह कैलोरीज को जल्दी और अधिक मात्रा में जलाता है!

आपको बहुत सा आराम भी करना चाहिए, और रोज एक दैनिक लक्ष्य भी निर्धारित करना चाहिए, ताकि आपको सब कुछ एक दिन में ही नहीं करना पड़ें।

आपको परहेज करने की कोई ज़रूरत नहीं है अगर आप हर रोज बिना मीठा खाएँ, एक स्वस्थ दिनचर्या शुरू कर सकते है, और आप शाकाहारी बनके भी अपना वजन कम कर सकते हैं। शायद यह काम करें!

आसपास घूमें। उदाहरण के लिए: टहलना, दौड़ना और कूदना, निश्चित रूप से आपकी मदद करेगा!हालांकि सावधान रहें, नहीं खाने से खाने के कई विकार पैदा हो सकते हैं।

सुबह उठकर, रोज पानी का खूब सेवन करें।

एक दिन में 500 कैलोरी जलाने का प्रयास करें। इस तरह, एक सप्ताह में, आप एक पाउंड कम कर सकते हैं।

जब कसरत करें, इसे बहुत ज्यादा करने की कोशिश नहीं करें।

यदि आपको सादा पानी पीना पसंद नहीं आता है, तो इसमें कुछ नींबू डालकर पिएँ।

टीवी बंद करें और बाहर जाएँ।

हर दिन आप खाए गए उत्पादें की एक सूची बनाएँ।

व्यायाम में कितनी कैलोरी कम हुई। सप्ताह में हर रोज कुछ और कम करने की कोशिश करें।


चेतावनी

अगर व्यायाम करते समय आपको चक्कर या कमजोरी लग रही हैं, तो बैठ जाएँ, पानी पीएँ, और कुछ खा लें। अपने आप को मजबूर नहीं करें।

कैलोरी का सेवन सीमित करना, आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।

आपके शरीर के प्रकार के हिसाब से एक स्वस्थ सीमा के भीतर रहने का ध्यान रखें।

अगर आप जंक फूड या पेय खाते रहेंगे, तो आपको मधुमेह हो सकता है।

बहुत अधिक पानी नहीं पीएँ नहीं तो आपके शरीर में नमक की मात्रा कम हो जाएगी।

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

ताज़े उत्पाद 

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ 

पानी की बोतल 

जिम सदस्यता (वैकल्पिक)

Wednesday, July 5, 2017

वजन अगर है घटाना, तो पहले अपने दिमाग से इन 10 गलतफहमियों को करें दूर


जब भी हमारे दिमाग में वज़न घटाने का ख्याल आता है, हम यहीं मान लेते हैं कि जितनी देर हम जिम में पसीने बहाएंगे उतनी ही तेज़ी से हमारा वज़न भी कम होगा। लेकिन ऐसा नहीं है। व्यायाम और फिटनेस के तरीकों से जुड़े ऐसे 10 मिथक हैं, जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है-

मिथक 1: खाना छोड़ने से वजन घटाने में मदद मिलती है


खाने के समय खाना जरूर खाएं। इतना ध्यान रखें कि आप क्या खा रहे हैं और कितनी मात्रा में खा रहे हैं। एक समय न खाने से उल्टे अधिक वसा और चीनी वाले खाने के प्रति रुचि बढ़ जाती है। 

मिथक 2: तैरना है वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका  


इसमें कोई शक नहीं कि तैरने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है लेकिन दौड़ने या टहलने के मुकाबले यह वजन का घटाने का सबसे अच्छा तरीका नहीं है। तैरते वक्त लंबे समय तक एक ही क्षमता से व्यायाम नहीं हो पाता। अगर आप तैराकी के जरिए वजन कम करना चाहते हैं तो तेजी से और बहुत देर तक तैरें। 

मिथक 3: लो-फैट फूट होते हैं हमेशा बेहतर 


लो-फैट फूड्स में वसा तो कम होती है लेकिन स्वाद ठीक रखने के लिए उनमें कई तरह के केमिकल्स मिलाए जाते हैं। कई बार केमिकल्स वाले ऐसे खाने की जगह फुल-फैट फूड खाना बेहतर रहता है। 

मिथक 4: दौड़ने से खराब होते हैं घुटने 


अगर आप सही तकनीक से दौड़ते हैं तो आपके घुटने खराब नहीं होते। आप सही तरीके से दौड़ रहे हैं या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पैर कितने बल से जमीन पर लगते हैं। ज्यादा बल लगने पर समस्या हो सकती है। आप कैसी सतह पर दौड़ रहे हैं, यह भी आपके घुटनों पर असर डालता है। बेहतर होगा कि आप दौड़ की शुरुआत आराम से करें और फिर गति बढ़ाएं।  

मिथक 5: जितना ज्यादा जिम करो, उतनी तेजी से घटेगा वजन 


अगर आप फैट कम करना चाहते हैं तो खाने और एक्सरसाइज के बीच संतुलन बनाना होगा। एक्सरसाइज से वजन कम करने में मदद तो मिलती है लेकिन याद रखिए कि वजन कम करना कैलरी इस्तेमाल पर निर्भर करता है। ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपको ज्यादा भूख लगेगी। 

मिथक 6: स्लिमिंग पिल्स से स्थायी रूप से वजन घटाने के लिए अच्छा है


ऐसी दवाएं खाने से आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। भले ही यह दवा आपको वजन घटाने में मदद करे लेकिन उसके केमिकल्स आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसी दवाएं लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

मिथक 7: जितना कम फैट खाओ उतना अच्छा 

फैट-फ्री या लो-फैट जैसे लेबल्स पर न जाएं- इनमें फैट कम हो सकती है लेकिन कितनी कम यह कौन जानता है? साथ ही इनमें शुगर या कार्बाहाइड्रेट्स की मात्रा पर कोई सीमा नहीं होती।

मिथक 8: प्रोटीन है सबसे जरूरी पोषक तत्व

प्रोटीन सबसे जरूरी पोषक तत्व नहीं है। फैट्स, कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन सभी ऊर्जावान रहने के लिए जरूरी हैं। जरूरी यह है कि स्वस्थ रहने के लिए आप एक संतुलित आहार लें। 

मिथक 9: सिर्फ वजन बढ़ाता है केला 

पानी की मात्रा कम होने के कारण केले को सबसे अधिक वजन बढ़ाने वाला माना जाता है, लेकिन इसका एक्स्ट्रा स्टार्च आपका पेट लंबे समय के लिए भरा रखता है। केले में पोटैशियम, फाइबर, विटामिन सी और विटामिन बी6 होते हैं। विटामिन बी6 एक स्वस्थ इम्युन और नर्वस सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है। 

मिथक 10: वजन घटाते वक्त मीठा से दूर रहना है जरूरी 

वजन घटाने वक्त चीनी नुकसान से ज्यादा फायदा कर सकती है। यह आपको ऊर्जा देती है। थोड़ा बहुत मीठा खाने में कोई बुराई नहीं है, हालांकि अति से बचकर रहिए।

Monday, July 3, 2017

जानिए, क्यों शास्त्रों में वर्जित है बांस की लकड़ी को जलाना

शास्त्रों के अनुसार बांस जलाने से पितृ दोष लगता है।

शास्त्रों में बांस की लकड़ी को जलाना वर्जित है. किसी भी हवन अथवा पूजन विधि में बांस को नही जलाते हैं. यहां तक कि चिता में भी बांस की लकड़ी का प्रयोग वर्जित है. अर्थी के लिए बांस की लकड़ी का उपयोग होता है लेकिन उसे भी नही जलाते.

नई दिल्ली: शास्त्रों में बांस की लकड़ी को जलाना वर्जित है. किसी भी हवन अथवा पूजन विधि में बांस को नही जलाते हैं. यहां तक कि चिता में भी बांस की लकड़ी का प्रयोग वर्जित है. अर्थी के लिए बांस की लकड़ी का उपयोग होता है लेकिन उसे भी नही जलाते.

शास्त्रों के अनुसार बांस जलाने से पितृ दोष लगता है. क्या इसका कोई वैज्ञानिक कारण है? बांस में लेड व हेवी मेटल प्रचुर मात्रा में होते हैं. लेड जलने पर लेड आक्साइड बनाता है जो कि एक खतरनाक नीरो टॉक्सिक है. हेवी मेटल भी जलने पर ऑक्साइड्स बनाते हैं, लेकिन जिस बांस की लकड़ी को जलाना शास्त्रों में वर्जित है यहां तक कि चिता मे भी नहीं जला सकते, उस बांस की लकड़ी को हम लोग रोज अगरबत्ती में जलाते हैं. 

अगरबत्ती के जलने से उतपन्न हुई सुगन्ध के प्रसार के लिए फेथलेट नाम के विशिष्ट केमिकल का प्रयोग किया जाता है. यह एक फेथलिक एसिड का ईस्टर होता है. यह भी श्वास के साथ शरीर मे प्रवेश करता है. इस प्रकार अगरबत्ती की तथाकथित सुगन्ध न्यूरोटॉक्सिक व हेप्टोटोक्सिक को भी श्वास के साथ शरीर मे पहुंचाती है. इसकी लेश मात्र उपस्थिति केंसर अथवा मस्तिष्क आघात का कारण बन सकती है. हेप्टो टॉक्सिक की थोड़ी सी मात्रा लीवर को नष्ट करने के लिए पर्याप्त है. शास्त्रों में पूजन विधान में कहीं भी अगरबत्ती का उल्लेख नहीं मिलता सब जगह धूप ही लिखा है।