आज कल की इस तेज रफ्तार से चलती दुनिया में हम लोगो को अपने शारीर का खयाल रखने के बारे में बहुत ही कम समय मिलता है जिसके चलते हमारे शारीर में अलग- अलग तरहां की बीमारियाँ उत्पन हो जाती है| जिसमे से एक है Blood Pressure की बीमारी जिसे High Blood Pressure और Low Blood Pressure कहते है| ब्लड प्रेशर की बीमारी अनुमन देश के 100 में से 90% लोगों को होती है| तो आज हम आपको हाई ब्लड प्रेशर के उपायों के बारे में बताने जा रहें है, तो आइये सबसे पहले यह जान लेते हैं कि लो ब्लड प्रेशर क्या होता है। नार्मल ब्लड प्रेशर 120/80 होता है। थोड़ा बहुत ऊपर-नीचे होने से कोई फर्क नही पड़ता लेकिन 90 से कम हो जाए तो उसे लो ब्लड प्रेशर कहते है और यही 130 के ऊपर हो जाये तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते है
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
ज़्यादातर लोगो में कोई खास लक्षण नहीं होते है। कुछ लोगो में ज्यादा Blood Pressure बढ़ जाने पर सरदर्द होना, ज़्यादा तनाव, सीने में दर्द या भारीपन, सांस लेने में परेशानी, अचानक घबराहट, समझने या बोलने में कठिनाई, चहरे, बांह या पैरो में अचानक सुन्नपन, झुनझुनी या कमजोरी महसूस होना या धुंदला दिखाई देना जैसे लक्षण दिखाई देते है
हाई ब्लड प्रेशर किन व्यक्ति को हो सकता है?
मोटापा- शोध एवं अनुसंधानो से स्पष्ट हो चुका है की मोटापा उच्च रक्त चाप का बहुत बढ़ा कारण है। एक मोटे व्यक्ति मे उच्च रक्त चाप का खतरा एक समान्य व्यक्ति की तुलना मे बहुत बढ़ जाता है।
व्यायाम की कमी- खेल-कूद, व्यायाम, एवं शारीरिक क्रियाओ मे भाग न लेने से भी उच्च रक्त चाप का खतरा बढ़ जाता है।
विभिन्न बीमारियां- हृदयघात, हृदय की बीमारियाँ, गुर्दो का फ़ेल होना, रक्त वाहिकाओ का कमजोर होना आदि बीमारियो के कारण उच्च रक्त चाप हो जाता है।
ज्यदा खाने से- मैदा से बने खाद्य, चीनी, मसाले, तेल-घी अचार, मिठाईयां, मांस, चाय, सिगरेट व शराब आदि का ज्यदा सेवन करने से
आयु- जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है रक्त वाहिकाओ मे दिवारे कमजोर होती जाती है जिससे उच्च रक्त चाप की समस्या पैदा हो जाती है।
इन कारणो के अलावा अधिक नमक का सेवन और अत्यधिक मात्रा मे अल्कोहल, धूम्रपान अवम कॉफी का सेवन करने से उच्च रक्त चाप की समस्या पैदा हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर को कम/काबू करने के लिए क्या करना चाहिए
अगर हाई ब्लड प्रेशर होने तक इसकी रोकथाम के लिए कोई कदम न उठाया जाए, तो यह बहुत बड़ी गलती होगी। कम उम्र से ही हमें अपनी सेहत का अच्छा खयाल रखना चाहिए। अगर आज हमने खुद की अच्छी देखभाल की, तो भविष्य में एक बेहतरीन ज़िंदगी जी पाएँगे।
तरबुज का सेवन- कभी आपने सोचा की तरबुज हमारे शरीर के उच्चरक्त चाप को नियंत्रित करने मे भी कारगर हो सकता है। तरबुज मे एक यौगिक मौजुद होता है। जिसका नाम कुकुरबोकिटरीन होता है यह हमारे शरीर मे मौजुद रक्त कोषिकाओं का चौड़ा करने मे मदद करता है। जिससे उच्च रक्त चाप धीरे-धीरे नियंत्रित होने लगता है। तरबुतज का एक और फायदा है। यह हमारे शरीर के गुर्दे की कार्य प्रणाली मे भी सुधार लाता है।
मोटापे को नियंत्रित करें- नियमित व्यायाम करें गहरी नींद लेने, तनाव मुक्त रहने और उचित आहार लेने से उच्च रक्त चाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
लहसुन का सेवन – लहसुन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकता है लहसुन न केवल खाद्य पदार्थो के स्वाद को बढाने के लिए प्रयोग मे लिया जाता है अपितु लहसुन का आयुर्वेद के अनुसार कई उपयोग होते है जिनमे से एक होता है उच्च रक्त चाप, उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करने मे लहसुन एक काफी फायदे मंद घरेलु उपचार है। लहसुन मे मौजुद नाइटिक आॅक्साइड और हाइडोजन जो हमारी रक्त वाहिकाओं को आराम पहुॅचाता है।
अदरक का सेवन- प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। इनसे धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।
फाइबर का सेवन- फाइबर आपके सिस्टम को साफ़ करते हैं और पाचन को नियमित करके ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं | कई फलों, नट्स और फलियों जैसे बीन्स और मटर में समग्र अनाज के उत्पादों के समान फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है |
सौंफ, जीरा, शक्कर का सेवन- सौंफ, जीरा, शक्कर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहें।
अजवाइन का सेवन- आप प्रतिदिन एक ग्लास पानी मे साथ अजवाइन को सेवन कर सकते है। आप चाहे, तो दिन मे दो या तिन बार अजवाइन को खा भी सकते है। इससे भी आपके उच्च रक्तचाप को फायदा होगा।
काली मिर्च का सेवन- जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के अंतराल पर पीते रहें।
नींबू का सेवन- बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें।
आंवले और शहद का सेवन- एक बडा चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।
हरी घास- नंगे पैर हरी घास पर 10-15 मिनट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।
हर इंसान को 30 साल की उम्र के बाद साल में कम से कम एक बार अपने Blood Pressure की जांच जरूर करानी चाहिए। जिन लोगो की family में Blood Pressure का ईतिहास हैं उन्हे 20 साल की उम्र के बाद सेही हर साल Blood Pressure की जांच कराना चाहिए।