शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द और पीड़ा होना जीवन का अंग है। दर्द के प्रकार, लोग इन दर्दों से मुक्ति के लिये विभिन्न उपाय करते हैं। चिकित्सा विज्ञान में इनसे मुक्ति के कई उपाय ढूढ़े गये है लेकिन कुछ लोग इस दर्द को जानबूझकर अनदेखा करते हैं। कुछ दर्द इस प्रकार के होते है कि जिन्हे अंदेखा नहीं करना चाहिये। यह शुरूआती हो सकता है जो बाद में भयानक हो जायेगा। दर्द के घरेलू उपाय, अगर कोई दर्द नियमित तकलीफ दे रहा है तो तुरंत सतर्क हो जायें।
दर्द के कुछ प्रकार (Some of the types of aches)
बिजली की कड़क जैसा दर्द (Thunderclap headache)
यह सभी को होने वाला सामान्य दर्द है। कुछ ही घण्टों में यह खत्म हो जाता है। इस स्थिति में बाम का प्रयोग होता है अगर लम्बे समय तक रुकता है तो नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर सम्पर्क करें।
दांत दर्द (Tooth ache)
आजकल कई लोग दांतों की समस्या से परेशान होते हैं। आपके दांतों को उखाड़ने की प्रक्रिया तब पूरी की जानी चाहिए जब आपका दांत बिल्कुल भी काम ना कर रहा हो और इसे बदलना आवश्यक हो। सबसे पहले अपने दन्त चिकित्सक से संपर्क करें और इसके बाद ही दांत निकलवाने की सोचें।
दांतों से चबाने के दौरान हो रही समस्या का भी ख्याल रखा जाना काफी ज़रूरी है। अगर आप अपने दांतों का अच्छे से ख्याल नहीं रखेंगे तो दांतों का दर्द बढ़ेगा और आपको रात में चैन से नींद नहीं आएगी। बिना किसी समस्या के स्वस्थ दांत पाने के लिए अपने दन्त चिकित्सक से नियमित रूप से जांच करवाएं।
दांत के दर्द को अंदेखा नहीं किया जाना चाहिये। कभी कभी दांत दर्द के कारण आपके पूरे मुंह में सूजन आ जाती है। इसके कारण सुरक्षा करने वाले एनैमल भी खत्म हो जाता है और दांत जड़ से टूट जाता है। इस समस्या का पता केवल दंत चिकित्सक के पास जाने से होगा।
मासिक धर्म ऐंठन (Menstrual cramp)
नियमित रजोधर्म में सभी लड़कियों और महिलाओं में यह प्राकृतिक दर्द सामान्य(dard ke karan) है। किंतु असहनीय दर्द गर्भाशय के असामान्य वृद्धि के कारण हो सकता है। इससे एंडोमेट्रिऑसिस का खतरा उत्पन्न हो सकता है जो जनन क्षमता को प्रभावित करता है। डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां उपलब्ध करा देगा अगर आप ऐसी शारीरीक परिस्थिति को बताते हैं।
अगर यह दर्द असहनीय हो जाए तो आपको दवाई की आवश्यकता होती है। कई बार गर्भाशय के अपनी सामान्य जगह से अलग दूसरी जगह बढ़ने से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। शोध के अनुसार 40% से ज़्यादा महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म की दर्दभरे ऐंठन का शिकार होना पड़ता है, इस खतरनाक समस्या से ही पीड़ित होती हैं। आप चाहें तो शल्य क्रिया के दौरान यह कोशिका निकाली जा सकती है।
कंधों पर तेज़ दर्द (Sharp pain across the shoulder blades)
यह बात सही है कि दिल का दौरा आने से पहले लोगों की छाती में दर्द होता है। पर करीब 30% लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें छाती में दर्द हुए बिना ही ह्रदय का दौरा पड़ जाता है। इसका अर्थ यह हुआ कि उन्हें दिल के दौरे के कोई भी लक्षण पता नहीं चलते।
कंधों पर उठने वाले दर्द को प्राय: लोग तनाव का कारण बतलाते हैं। लेकिन यह विपत्तीयों को आने का मौका देती है। शोधों में यह पाया गया है कि ये हृदय आघात होने का कारण हो सकते हैं। दर्द का इलाज, महिलाओं में भी कंधों का दर्द प्राय: पाया जाता है। इसके साथ चक्कर, जबड़ों में दर्द हो सकता है। अगर आपको ऐसे कुछ लक्षण है तो तुरंत देखभाल आवश्यक होगी।
निचले पेट में दर्द (Stomach pain in lower abdomen)
पेट दर्द के शुरू होने के कई कारण हो सकते है जो आंतों की अनियमित गति से लेकर किडनी की पथरियों के कारण हो सकता है। किसी भी पेट दर्द को हल्का नही समझना चाहिये, कुछ विशेष पेट दर्द के लिये चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होती है। अगर आपको निचले पेट के दाहिनी तरफ दोहरा दर्द हो तो यह अपेंडिक्स की समस्या हो सकती है। अगर आप प्रारम्भिक स्तर पर ध्यान नहीं देते है तो अपेंडिक्स फटने का मौका हो जायेगा। इससे आपका खून भी प्रभावित हो सकता है।
दर्द के कारण, अपेंडिक्स का पता पेट के नीचले हिस्से को दबाने या घुटने को सिर के पास लाने पर दर्द होने के द्वारा चलता है।
बुखार के साथ पीठ दर्द (Back pain with fever)अगर आपको बुखरा के साथ पीठ दर्द हो रहा है तो यह समय इस बात का अनुमान लगाने का है कि आप किडनी के संक्रमण से पीड़ित है। इसके अन्य लक्षण चक्कर आना है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब बैक्टीरिया व्यक्तियों की पेशाब नली में चला जाता है और संक्रमण को और भयंकर बना देता है। दर्द से राहत, आपको पेशाब करते समय बहुत दर्द की अनुभूति होती है। अगर ऐसा दर्द होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाकर इलाज़ के लिये पूछना चाहिये।
पिंडलियों पर टहलने वाला दर्द (Tender spots on calf)
अगर आपको पैरों की पिंडलियों की मांसपेशियों पर बार बार दर्द हो रहा है तो यह डीवीटी या डीप वेन थ्रोम्बॉसिस बिमारी का लक्षण हो सकता है। ऐसा तब होता है जब आपकी नसों में खून के थक्के उपस्थित हो जाते हैं। अगर आपको लाल निशान के साथ गर्म स्पर्श मह्सूस होता है तो यह ऐसा होने का एक कारण हो सकता है। ऐसा देखा गया है कि डीवीटी ऐसे लोगों के ऊपर प्रभाव छोड़ता है जिन्होंने हाल ही में हवाई सफर, जन्म को नियंत्रित करने वाली गोलियों का उपभोग या एक लम्बी कार यात्रा किया हो। दर्द से छुटकारा (dard ke upay), लेकिन, आप एक या दो दिनों तक रूक सकते है जब तक कि आपका पैर बहुत अधिक सूजे और हिलाने पर लगातार दर्द बना रहे। लेकिन अगर आपको लगातार दर्द बना रहे तो यह समय डॉक्टर से तुरंत मिलने का है। अगर इसका समय पर इलाज नहीं किया गया तो इससे थक्के का आकार बढ़ सकता है और एवं यह फट भी सकता है।