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Sunday, May 14, 2017

गुड कोलेस्ट्रोल से हार्ट प्राॅब्लम का खतरा कर सकते हैं कम

कोलेस्ट्रोल के दो प्रकार होते हैं!

1. एचडीएल/उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (high density lipoprotein)

और 

2. एल डी एल/निम्न घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (low density lipoprotein)।

उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को अच्छा कोलेस्ट्रोल (good cholesterol) भी कहते हैं तथा निम्न घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को ख़राब कोलेस्ट्रोल (bad cholesterol) भी कहा जाता है | बहुत ज्यादा एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल आपके रक्त को जंक कर धमनियों में रक्‍त प्रवाह को बाधित कर सकता है। जबकि उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन (हाई डेनसिटी लिपोप्रोटीन्स) को अच्छा कोलेस्ट्रॉल माना जाता है। ये यकृत द्वारा बनाए ही जाते हैं। 


यकृत कोलेस्ट्रॉल और पित्त को ऊतकों और इंद्रियों से पुनष्चक्रित करने के वापस लिवर में पहुंचाता है। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा का अधिक होना एक अच्छी बात है, क्योंकि इससे हृदय के स्वस्थ होने के संकेत मिलते हैं।  यह रक्त से अतिरिक्त एलडीएल को साफ कर बाहर निकाल फेकने के लिए लिवर को भेज देते हैं। एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रोल रक्त के लिए एक दरबान की तरह काम करता है। एचडीएल सूजन को कम करता है और अल्जाइमर से रक्षा भी कर सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल रक्त में घुल नहीं पाता है  अतः ट्राइग्लीसिराइड्स एवं एल पी कोलेस्ट्रॉल के साथ ये दो प्रकार के लिपिड, सारे कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करते हैं, जिसे रक्त परीक्षण से ज्ञात किया जा सकता है।


उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन/ (high density lipoprotein) / (good cholesterol) को बढाने तथा निम्न घनत्व वाले लिपोप्रोटीन/ (low density lipoprotein) / (bad cholesterol) को कम   के लिए आप इन तरीकों का पालन कर सकते हैं-

नियमित रूप से योगा एवं व्यायाम करें :-                                                         


नियमित योग एवं व्यायाम करके तथा कम वसा युक्त एवं अधिक रेशेदार आहार ग्रहण करके एक साल में ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम से कम 20 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है जबकि अमरीका जैसे देशों में दवाइयों की मदद से इतनी अवधि के पश्चात् कोलेस्ट्रॉल के स्तर में मात्र सात प्रतिशत तक कमी आती है।नियमित व्यायाम से दिल की काम-काज की क्षमता बढ़ती है। इससे रक्त में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा घटती है और स्वास्थ्यवर्धक एच डी एल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है।

अपने आहार में एंटी आक्सीडेंट्स को करें शामिल :-                                     



आहार में अधिक एंटी आक्सीडेंट्स लेना चाहिये। एंटी आक्सीडेंट्स एथोरिक्लोरोसिस होने से रोकते हैं। ये विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा कैरोटिन में मौजूद होते हैं। अनेक तरह के फल एवं सब्जियां भी कोलेस्ट्रॉल घटाने में मददगार हैं। आम तौर पर नट को हृदय रोग में नुकसानदायक माना जाता है। लेकिन दरअसल नट लाभदायक है। हृदय रोगियों को दूध वाली चाय से परहेज करना चाहिये क्योंकि इसमें कैलोरी अधिक होती हैं। ऐसे रोगियों के लिये बिना दूध व चीनी की चाय बहुत अधिक मुफीद है क्योंकि इसमें एंटी आक्सीडेंट्स होते हैं। दिन भर में दो-तीन कप ऐसी चाय पीना लाभदायक होता है।

दही के सेवन से करे ख़राब कोलेस्ट्रोल कम:-  


सबसे अंत में और सबसे महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है दही जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में आपकी मदद करता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स लैक्टोबैसिलियम एसिडोफिलिस कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में मददगार साबित होता है। खाद्य पदार्थों का सतर्कतापूर्वक चयन करने के साथ नियमित कसरत से कुल कोलेस्ट्रॉल बढऩे के जोखिम से बचा जा सकता है।
 

अपने बढे हुए वजन को कम करें:-

मोटापा और एलडीएल दोनों साथ-साथ होते हैं। लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं कि आपको कमर तोड़ व्यायाम करना होगा। आप रोज थोड़ी कसरत और अपने खान-पान में सुधार कर बढ़े वजन को धीरे-धीरे काबू कर सकते हैं। 

विटामिन-बी से बढ़ता है एचडीएल:-                                                              


विटामिन-बी उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को बढ़ाने में सहायक होता है। विटामिन-बी 5 की 300मिलीग्राम पूरक से भी आप अपने एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि इसके कुछ दुष्प्रभाव जैसे कि जिगर की क्षति आदि भी हो सकते हैं, इसलिए कोई भी सप्लीमेंट या विटामिन लेने से पूर्व एक बार डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।

धूम्रपान न को करें ना :-                                                                                       

धूम्रपान बंद करने से आप अपना एचडीएल का स्तर दस प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। यही नहीं इस लत को छोड कर आप लंग कैंसर तथा अन्य गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं। धूम्रपान छोड़ने के लिए अपने डॉक्टर से भी राय व उपाय जान सकते हैं।

यदि एचडीएल का स्तर बढ़ाना है तो कम मात्रा में शराब पीयें:-

यदि आप अपने कोलेस्ट्रोल को कम करना चाहते हैं तो शराब का कम से कम सेवम करें। रेड वाइन का एक गिलास अपके हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। यदि आप इसे सिर्फ दवा की तरह लेते हैं तो कोई बात नहीं परन्तु अति कर देने पर ये आपके लिए अभिशाप बन जाती है।

सूखे मेवे के उपयोग से भी बढ़ता है गुड कोलेस्ट्रोल:-


यदि आपको खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करना है तो अखरोट और बादाम जैसी सूखी मेवा खूब खाएं। इससे रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। ह्रदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करने और रक्त में लिपिड (वसा व कोलेस्ट्रॉल) का स्तर कम करने की अखरोट, बादाम व मूंगफली जैसी सूखी मेवा की पोषण संबंधी अद्वितीय विशेषताओं के चलते इन पर ज्यादा अध्ययन किया जा रहा है। इस तरह की सूखी मेवा में पौधों के प्रोटीन, वसा (खासकर असंतृप्त वसा अम्ल), खाने योग्य रेशे,खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइटोस्टीरॉइड्स जैसे अन्य यौगिकों की मात्रा अधिक होती है।