आजकल के बिजी लाइफस्टाइल में हमारा पूरा दिन काम करते हुए गुजर जाता है, इस पूरे दिन में हमारे खान-पान बैठने उठने के तरीके का हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। सारा दिन काम करने के बाद हम कैसी नींद लेते हैं, वो आरामदायक है या नही, हम किस दिशा में सोते हैं इन सबका भी हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोते समय हमें किस बात का ध्यान रखना चाहिये जिससे हम स्वस्थ रह सकें।
बांयी करवट सोना
सोते समय हमें बांयी करवट लेकर सोना चाहिये बांयी करवट लेकर सोना हमारे स्वास्थ्य के लिये अच्छा होता है।
एक ही करवट सोना
पूरी रात एक ही करवट लेकर सोना किसी के लिये भी संभव नही है। नींद में हम बार-बार करवट बदलते हैं। दरअसल सोते समय हमें जिस पोजिशन में आराम मिलता है हम सो जाते हैं।
बांयी करवट सोने के फायदे
बांयी करवट सोना स्वास्थ्य की दृष्टिï से बहुत उत्तम होता है। इससे पेट की कई समस्याओं जैसे
जैसे पेट के फूलने की परेशानी, पेट में गैस होने की परेशानी या फिर एसिडिटी बनने की परेशानी, आदि में आराम मिलता है।
डॉक्टरों के अनुसार
बांयी ओर करवट लेकर सोने से शरीर में जमा होने वाले टॉक्सिन धीरे-धीरे लसिका तंत्र द्वारा निकल जाते हैं। दरअसल बांयी ओर सोने से हमारे लीवर पर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं पड़ता, इसलिए यह टॉक्सिन शरीर से बाह निकलने में सफल हो जाते हैं।
इससे हमारे पाचन तंत्र को आराम मिलता है। सोने से पेट और अग्न्याशय खाना पचाने का कार्यआराम से करने लगते हैं। अग्न्याशय से एंजाइम सही समय पर निकलना शुरू होता है। खाया गया भोजन भी आराम से पेट के जरिए नीचे पहुंचता है और आराम से खाना हजम हो जाता है। यदि किसी का हाजमा गड़बड़ रहता है और बदहजमी की शिकायत रहती है, तो उन्हें बायीं ओर करवट लेकर ही सोना चाहिए। आप स्वयं इससे मिलने वाले फायदे का अनुभव कर सकेंगे।
पाचन तंत्र
अगला फायदा अपने आप ही दूसरा फायदा मिलने के बाद मिल जाता है। जब पाचन तंत्र मजबूत हो जाएगा, तो अपने आप ही सुबह पेट आसानी से साफ हो जाएगा। बाएं ओर सोने की वजह से ग्रेविटी, भोजन को छोटी आंत से बड़ी आंत तक आराम से पहुंचाने में मदद करती है। इस वजह से सुबह के समय आपका पेट आराम से साफ होगा।
लीवर
बाएं ओर सोने से हमारे लीवर और किडनी दोनों को फायदा मिलता है। बाएं ओर करवट लेकर सोने से लीवर और किडनी पर कोई दबाव नहीं पड़ता, इससे पेट का एसिड ऊपर की जगह नीचे की ओर जाता है, जिससे एसिडिटी और सीने की जलन नहीं होती।
खाना पचाने में दिक्कत
यदि किसी को खाना पचाने में दिक्कत होती हो या फिर पेट में निरंतर एसिड बनने की परेशानी हो तो उन्हें रात में बाएं ओर करवट लेकर ही सोना चाहिए। इससे उन्हें आराम मिलेगा।
दिल को फायदा
बाएं ओर करवट लेकर सोने से मिलने वाले फायदों में अभी तक हमने पेट संबंधी फायदे ही बताए थे। लेकिन इस पोजीशन में सोने का एक फायदा हमारे दिल को भी मिलता है। बाएं करवट सोने से दिल पर जोर कम पड़ता है क्योंकि उस समय दिल तक खून की सप्लाई काफी अच्छी मात्रा में हो रही होती है।
खर्राटे का इलाज़ - खर्राटा, काफी ज्यादा थकान या किसी शारीरिक बीमारी का लक्षण है. इस से आप खुद तो प्रभावित होते ही हैं आपके आस-पास के लोग भी इसका शिकार हो जाते हैं. ऐसे में अगर बायाँ करवट सोना इसे दूर कर सकता है तो बस फिर देर किस बात की. चैन से सोइए और बिना शर्म के जागिये!
पाचन क्रिया की बेहतरी - बायाँ करवट सोने से ग्रुत्वाकर्षण की वजह से भोजन आसानी से छोटी अंत से बड़ी अंत में चला जाता है. अगर सोने की करवट से पाचन क्रिया अच्छी होती है तो आज के दौर में हर आदमी इसे जरूर आजमाएगा.
ह्रदय के लिए राहत - अगर आप बाएं करवट सोते हैं तो आपकी लसिका यानी की लिम्फ सहजता से खून का सञ्चालन करती है, जी से की ह्रदय पर जोर कम पड़ता है. इसका वजह भी ग्रुत्वाकर्षण है।
स्प्लीन यानी तिल्ली को राहत - बाएं करवट सोने से हमारे शरीर का बेहद अहम् अंग तिल्ली के लिए भी ग्रुत्वाकर्षण की वजह से काम करना ज्यादा सहज हो जाता है.
लसीका तंत्र के लिए राहत - हमारे शरीर का ज्यादातर लसिका तंत्र बाएं हिस्से में होता है. जब हम बाएं करवट सोते हैं तो कांख, गर्दन के हिस्सों में जो लसिका है उसके लिए काम करना ज्यादा आसन हो जाता है. इस से शरीर द्वारा पैदा किया गया प्रदूषित द्रव्य आसानी से बाहर निकलने में मदद मिलती है.
गर्भावस्था के लिए लाभदायक - गर्भवती महिलाओं को भी बायीं करवट लेकर ही सोना चाहिये इससे रक्त का प्रवाह सही रहता है, जो गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ के लिए भी उत्तम है। इसके अलावा आपके गुर्दों को काम करने में भी मदद मिलती है। इससे हाथ-पैरों की सूजन भी कम होती है। इस से माँ तथा बच्चे दोनों को लाभ पहुँचता है।