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Wednesday, June 14, 2017

आँखों की देखभाल के लिए घरेलू नुस्खे

आँखों की देखभाल बहुत जरुरी होती है क्योंकि आखें शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है| ऐसा कहा गया है की सभी इंद्रियों में आंखें ही श्रेष्ठ हैं। आंखों की उचित देखभाल के करने के लिए हम आपको बताएँगे खास टिप्स साथ ही साथ कुछ घरेलू नुस्खे जिनकी सहायता से आप पाएंगे स्वस्थ और सुंदर आँखें


आँखों की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

आंखों में जब भी थकान का अनुभव हो तो ठंडे पानी से छींटें मारने चाहिए, जिससे आँखें तरोताजा बनी रहे ।कभी भी अंधेरे में, कम रोशनी में, तेज रोशनी में, तेज धूप में या ज्यादा झुककर व लेटकर लिखने-पढ़ने की आदत न डालें।प्रतिदिन प्रात:काल अपनी आखों पर ठंडे व ताजे पानी से छींटें मारने चाहिए।सर्दियों के दिनों में प्रात:काल ओस की बूंदों को लेकर अपनी आंखों पर लगाना चाहिए।धूप में निकलते समय सदैव धूप का चश्मा लगाना चाहिए।अगर आप प्रतिदिन अपनी आंखों में काजल या सुरमा लगाते हों तो आँखों की देखभाल के लिए धीरे-धीरे छोड़ दें, क्योंकि काजल कभी-कभार ही लगाना अच्छा रहता है |आंखों के लिए यदि संभव हो तो कृत्रिम प्रसाधनों की अपेक्षा प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन ही काम में लें।आँखों की देखभाल करने के लिए आँखों के नीचे बादाम के तेल की मालिश फायदेमंद रहती है।यदि ककड़ी का रस लगाया जाए तो आंखों को काफी फायदा होता है।खीरे के दो गोल टुकड़े थोड़ी देर आंखों पर रखें।यदि आंखें लाल हों तो टी-बैग लगाकर थोड़ी देर सो जाएं।

आंखों की देखभाल के लिए प्रतिदिन कुछ सेकंड के लिए अपनी आंखों के कोनों, माथे पर दबाव डालें। इससे आपको आराम महसूस होगा। आँखों की देखभाल के लिए यह अच्छा व्यायाम है |आंखों की देखभाल के लिए भोजन में विटामिन ‘ए’ युक्त पदार्थ लेने चाहिए, जैसे हरी पतेदार सब्जियां, गाजर, पपीता, दूध। शरीर में प्राकृतिक रूप से विटामिन ‘ए’ की पूर्ति होने से आंखों की रोशनी कम नहीं होती है।आंखों में धूल गिरने पर आंखों को मलें नहीं, बल्कि ठंडे पानी के छींटे मारने चाहिए।आंखों को मसलने से आंखों पर दबाव पड़ता है। यह दबाव आंखों के लिए नुक्सान दायक होता है क्योंकि ऑंखें हमारे शरीर का बहुत कोमल अंग होती है |आंखों को धुएं से बचाएं। लंबे समय तक आंखों में निरंतर धुआं पड़ना नुकसानदेह है। धुएं वाले स्थान पर कार्य करना पड़े तो चश्मा लगाना चाहिए।आंखों की देखभाल के लिए किसी दूसरे का रुमाल उपयोग में न लाएं। किसी दुसरे के रूमाल का उपयोग करने से संक्रमण की आशंका रहती है।एक ही डिब्बी में रखे हुए काजल का उपयोग कई लोगों द्वारा करने पर भी संक्रमण की आशंका रहती है।गंदे कपड़े से आंख पोंछना एवं अस्वच्छ पानी से आंख धोना उचित नहीं।गर्म पानी से आँखों को धोना या सिर पर गर्म पानी डालकर नहाना भी आँखों के लिए हानिप्रद है।लंबे समय का तनाव तथा अनिद्रा आंखों के लिए नुकसानदायक है।आंखों की सुरक्षा के लिए तनाव से बचना चाहिए तथा गहरी नींद सोने का पूरा प्रयास करना चाहिए।

आँखों की देखभाल के लिए कुछ घरेलू नुस्खे  

कुनकुने (हल्के गर्म) दूध में रुई का फोहा भिगोकर यदि आंखों पर कुछ देर रखा जाए तो कभी भी आँखों के नीचे काले धब्बे नहीं पड़ेंगे।आंखों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद सरल उपाय यह है कि रात्रि में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण भिगोकर प्रातः उस पानी को छानकर उससे आंखें धोये यह आँखों की रोशनी व खूबसूरती बढ़ा देगा।कपूर का इस्तेमाल भी आंखों के लिए फायदेमंद है। इसके प्रयोग के दो तरीके हैं, एक तो कपूर काजल और दूसरा कपूर का लेप ।कपूर जलाकर उसके धुएं को एक छोटी-सी डिबिया में रख लें और हर रोज लगाएं।एक छोटी कटोरी में एक चम्मच-भर असली घी गरम कर लें और इसमें एक या दो कपूर डालकर इतना गरम करें कि कपूर और घी मिल जाएं। इसे रोज आंखों में लगाएं। आंखों की देखभाल के लिए यह एक अच्छा घरलू उपाय है |आलू के पतले गोल टुकड़े काटकर आंखों के नीचे मलें तो आंखों का कालापन दूर हो जायेगा।आंखों में जलन हो तो गुलाब जल से धोना चाहिए। प्रात:काल स्वच्छ ठंडे पानी से आँखों को धोना ताजगी प्रदान करता है।कच्ची गाजर या बादाम की 5-6 गिरियां प्रातः छिलका उतारकर खूब पीसकर एक गिलास गर्म मीठे दूध के साथ 21 दिन पीते रहें। आंखों के चारों ओर का कालापन जाता रहेगा।पलकों को घना और काला करने के लिए सप्ताह में 2-3 बार रात्रि को सोने से पहले अरंडी के तेल की पलकों पर मालिश करें और सो जाएं।आंखों में चमक लाने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में छोटा चम्मच शहद मिलाकर पानी ठंडा होने पर दिन में तीन-चार बार आँखों को धोएं। इससे आँखों में ताजगी आएगी।जब कभी आंखों में पीलापन दिखाई दे, तो तांबे के बरतन में रखा हुआ पानी सवेरे, कुछ भी खाने के पहले पी लें। तांबे का असर इसमें फायदा करता है। इसके अलावा फिटकरी और आंवले का पानी भी इस्तेमाल करें।आंखों में चमक लाने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में छोटा चम्मच शहद मिलाकर पानी ठंडा होने पर दिन में तीन-चार बार आँखों को धोएं। इससे आँखों में ताजगी आएगी।दो-तीन (Amla) आंवलों को एक गिलास पानी में रात को भिगो दें। सवेरे आंवले निकाल दें और उस पानी से आँखों को छींटें दें। ऐसा करीब दो हफ्ते करें। पीलापन, जलन, खुजली दूर हो जाएगी।रात को सोने से पहले गुलाबजल की कुछ बूंदें आंखों में डालें। इससे आंखों की दिन-भर की थकान दूर हो जाती है और आंखें हल्कापन महसूस करती हैं।आंखों के चारों ओर कालापन होने पर लाल पके हुए टमाटरों का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।

आँखों की सुन्दरता के लिए सुझाव

अपनी पलकों को सुंदर, आकर्षक व घनी करने के लिए उनकी पर्मिंग भी कराई जा सकती है। पर्मिंग पूर्ण रूप से सुरक्षित है तथा इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। दरअसल, पर्मिंग कराने से आपको मसकारा लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पर्मिंग किसी भी अच्छे ब्यूटी पार्लर में जाकर करवाई जा सकती है।यदि प्रकृति ने आपकी आंखें छोटी, बड़ी, उभरी व धंसी हुई बनाई हैं तो वह अपने वश में नहीं है, लेकिन यदि आप उचित रूप से अपनी आंखों का रख-रखाव और मेकअप करें तो आप उन्हें आकर्षक बना सकते हैं।आंखों की सुंदरता बहुत कुछ हमारी भौंहों (Eyebrows) के आकार पर निर्भर करती है। यदि आपकी आंखें छोटी हैं तो भौंहों को पतला आकार न दें। घनी भौंहों से आंखें बड़ी लगेंगी। भौंहों को धनुषाकार रूप न देकर बादाम का आकार दें। इससे आँखें बड़ी-बड़ी और खिली-खिली रहेंगी।यदि कम आयु में ही आंखों के चारों ओर काले घेरे या निशान बन जाते हैं तो भोजन में हरी सब्जियों का व दूध का भरपूर इस्तेमाल करें।