Friday, October 6, 2017

इन 5 एक्सरसाइज से कमर और पेट का फैट होगा कम

लड़की वहीं सुंदर लगती है, जिसकी कमर पतली हो। लड़कियां अपने पेट के फैट को कम करने के लिए अपनी डाइट को कम कर देती है लेकिन अगर आप सच में अपनी कमर को पतली और पेट के फैट को कम करना चाहती है तो अपने खानपान पर ध्यान देने के साथ-साथ रोजाना व्यायाम करना शुरू करे। आज हम आपको ऐसे ही व्यायाम के बारे में बताएंगे, जिसकी मदद से आप अपनी कमर को पतला और अपने फैट को कम कर सकते है।


 

1. रस्‍सी कूदना

अगर आप अपनी कमर को पतला करना चाहती है तो यह व्यायाम आपके लिए काफी जरूरी है। यह कमर को पतला करने के साथ ही पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है। शुरू में इसको केवल एक मिनट तक करें और बाद में 15 सेकेंड का तक आराम करके पांच बार दोहराएं। 

2. बर्पी करें

इस व्यायाम को हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग भी कहा जाता है। इसको करने के लिए स्‍क्‍वैट की मुद्रा की तरह दोनों हाथों को जमीन पर रखकर शुरू करें। फिर  एक पैर को ऊपर उठाकर पुश-अप की मुद्रा में अाए। इससे आपकी कमर को परफेक्ट शेप मिलेंगी साथ ही फैट कम होगा।


3. बाइसाइकिल क्रंचेज:


इसमें पैरों को स्थिर रखने की बजाए उसे साइकिल की तरह चलाना होता है। यह पेट, जांघों, कमर के आसपास की चर्बी को कम करता है। 

4. प्‍लैंक


प्‍लैंक व्‍यायाम से भी कमर के आसपास की चर्बी कम होती है। साथ ही यह हाथों और सीने को भी मजबूत बनाने वाला व्‍यायाम है। 

5. बॉल के साथ व्‍यायाम

इस व्यायाम को करने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि बॉल के आगे जाने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। सबसे पहले बॉल को लेकर प्‍लैंक की‍ स्थिति में अाए। इसे करने से कमर की चर्बी कम होती है।   

इन व्यायाम को रोजाना करें क्योंकि दो-चार बार इसको करने से आपको कोई भी फर्क नजर नहीं आएगा। इसके साथ अपनी डाइट का भी पूरा ध्यान रखें।

बेड पर कुत्ते को साथ सुलाने का ये नुकसान जानते हैं आप

यदि आप भी अपने कुत्ते को अपने बिस्तर पर सुलाने की गलती करते हैं तो हो जाएं सावधान

नई दिल्ली: आप अपने पालतू कुत्ते से प्यार करते हैं और उसे अपने बेडरूम में सुलाते हैं तो ठीक है लेकिन यदि आप उसे अपने बेड पर सुला रहे हैं तो ये आप गलत कर रहे हैं. अगली बार ऐसा करने से पहले इस खबर पर जरूर ध्यान दें.क्या कहता है शोध-

एक नई स्टडी में सामने आया है यदि आप अपने कुत्ते के साथ एक ही बेडरूम में सो रहे हैं तो ठीक हैं लेकिन यदि आप अपने कुत्ते के साथ एक ही बिस्तर पर सो रहे हैं तो ये आपकी नींद पर असर डाल सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है इससे आपकी नींद पर नकारात्मक असर हो सकता है.

एक्सपर्ट का क्या है मानना-
मेयो क्लिनिक एरिज़ोना कैंपस के लेखक लीस क्रेन का कहना है कि अधिकांश लोग बेडरूम में पालतू जानवरों को अपने साथ सुलाते हैं. ये अच्छी बात नहीं है. हालांकि कई जगहों पर हमने पाया है कि कुछ लोग अपने पालतू जानवरों के साथ सोने से आराम और सुरक्षा महसूस करते हैं.

कैसे की गई रिसर्च-
ये रिसर्च 40 ऐसे हेल्दी व्यस्कों पर की गई जिन्हें कोई भी नींद की बीमारी नहीं थी. इन व्यस्कों के पास अपने पालतू कुत्ते थे. इन लोगों पर 5 महीने तक रिसर्च की गई. प्रतिभागियों और उनके कुत्ते की आदतों में सात दिन में क्या-क्या बदलाव आते हैं इसको जानने के लिए प्रतिभागियों और उनके कुत्ते को एक्टिविटी ट्रैकर्स पहनाया गया.

रिसर्च के नतीजे-
निष्कर्ष निकला कि अपने पालतू कुत्ते के साथ सो रहे कुछ लोगों ने बेहतर नींद का अनुभव किया. जबकि असल में उनकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ रहा था.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. हम इसकी पुष्टि नहीं करते. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

Thursday, October 5, 2017

जबकि डाक्टर भी हैरान रह गए, शहद व दालचीनी ने किया ऐसा काम

आजकल हर उम्र के लोगों को ही किसी न किसी दर्द से जूझता देखा जाता है। इसके पीछे का एक बड़ा कारण आजकल का गल्त खान-पान है और व्यायाम की कमी भी। डाइट सही न ले पाने से लोगों में कैल्शियम की कमी हो जाती है और यूरिक एसिड बढ़ जाता है। जिससे गठिया का रोग या फिर किसी पुरानी घुटने की चोट का दर्द शुरू हो जाता है। लेकिन आज हम आपको एक एेसा नुस्खा बताएंगे जिससे पुराने से पुराना दर्द भी खत्म हो जाता है।

जरूरी सामान
- दालचीनी
- शहद
- गुनगुना पानी


बनाने और लगाने की विधि
आप सबसे पहले एक कटोरी में 2 चम्मच गुनगुना पानी ले और फिर इसमें 1/2 चम्मच दालचीनी और 1 चम्मच शहद मिलाएं। फिर इसे मिश्रण को बहुत अच्छी तरह से मिक्स कर लें। अब इस लेप को दर्द वाली जगह पर हल्के हाथ से मसाज करें। मसाज आप 5 से 7 मिनट तक कर सकते हैं। आप रोज एेसे ही सुबह और शाम दोनों समय इस लेप को लगाएं। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि आपका किसी भी तरह दर्द क्यों न हो बहुत ही जल्द इस रामबाण नुस्खे से ठीक हो जाएगा। यदि आपको दर्द बहुत ही पुराना है तो आप एक कप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीएं। इससे काफी आराम मिलता है।

दालचीनी के प्रयोग में सावधानी

इस प्रयोग में एक सावधानी ज़रूर रखे। दालचीनी की प्रकृति गर्म होती हैं और डेनमार्क और भारत के भौगोलिक पृष्ठभूमि को देखते हुए यहाँ पर इसके इस प्रयोग को करने का सही समय सर्दिया ही हैं। गर्मी में जब ये प्रयोग करे उस समय एक चौथाई चम्मच दालचीनी ही इस्तेमाल करे।

इस शोध के बारे में हम आपको एक चीज बता देना चाहते हैं के ये शोध 1995 में हुआ था और उस समय रिफाइंड आयल का इतना प्रचलन नहीं था। इसलिए अभी आपको अगर आपको पूर्ण आराम लेना हैं तो आपको रिफाइंड जैसे ज़हर को अपनी रसोई से निकालना पड़ेगा, इसकी जगह आप सरसों, मूंगफली, तिल या ऐसा कोई भी तेल जो आपके एरिया में निकलता हो, इस्तेमाल करे।

Tuesday, October 3, 2017

मोटापा घटाने में भी सहायक हैं कलौंजी

कलौंजी का प्रयोग वजन कम करने के लिए भी किया जाता है। यह डायबिटीज तथा कॉलेस्ट्रोल का स्तर कम करने में काम में आता है।

वजन कम करने लिए कलौंजी जानी पहचानी घरेलु औषधि है। इसमें पौष्टकता भरपूर मात्रा में होता है, जैसे- विटामिन, सुगंधित तेल (aromatic oils), और एन्जाइम्स आदि। कलौंजी बहुत सारे यौगिकों से बनता है जिनमें निगोलोन (nigellone), एमिनो एसिड्स (amino acids), सैपोनीन (saponin), क्रूड फाइबर (crude fiber), प्रोटीन, फैटी एसिड्स, एल्कालॉयड (alkaloids), आयरन, सोडियम, पोटाशियम, और कैल्सियम होता है।

वज़न घटाने में कैसे मदद करता है:

इन्डोनेशिया जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसिन (Indonesian Journal of Internal Medicine) के अध्ययन के अनुसार कलौंजी पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। अध्ययन के अनुसार जिन लोगों को वज़न घटाने के लिए इसका सेवन करने के लिए दिया गया था उन्होंने एक हफ़्ते में वज़न घटाया है, ब्लड-प्रेशर को कम किया है, कमर के मोटापे को कम किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसका कोई पार्श्व प्रभाव नहीं होता है। उनका यह मानना है कि इसमें फाइबर की मात्रा ज़्यादा होने के कारण यह वज़न घटाने में मदद करता है।

वज़न घटाने के लिए इसका इस्तेमाल कैसे करेंगे:

कलौंजी के चार से पाँच दानों को लेकर उनको पहले पीस लें। फिर उस पावडर को एक गिलास गर्म पानी में डालकर अच्छी तरह से मिला लें। फिर उसमें एक छोटा चम्मच शहद और आधा नींबू का रस डालकर पी लें। नींबू वज़न घटाने के साथ-साथ शरीर से विषाक्त पदार्थ को निकालने में भी मदद करता है। यह आपके पेट के चर्बी को कम करके आपको अपना मनचाहा स्लिम ट्रिम रूप पाने में मदद करेगा।

टिप:
दिन में चार से पाँच दानों का सही सेवन करें। नहीं तो यह शरीर में पित्त के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।

Monday, September 25, 2017

हल्दी का पानी पीने से ये 9 बीमारियां होती हैं दूर...


हल्दी जहां एक ओर खाने का स्वाद और रंग बढ़ा देती है, वहीं इसका उपयोग सौंदर्य वृद्धि और त्वचा की समस्याओं को दूर करने में भी किया जाता है. इसके अलावा हल्दी शरीर को स्वस्थ रखने में भी बहुत सहायक है. निरोग रहने के हल्दी के कुछ बेमिसाल उपाय हम आपको यहां बता रहे हैं -

1. पाचन बनाए दुरुस्‍त 
कई रिसर्च के मुताबिक हल्‍दी रोजाना खाने से पित्‍त ज्‍यादा बनता है. इससे खाना आराम से हजम होता है.

2. डायबिटीज रखे कंट्रोल 
बायोकेमिस्‍ट्री और बायोफिजिकल रिसर्च की स्‍टडी के अनुसार हल्‍दी के नियमित सेवन से ग्‍लूकोज का लेवल कम और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा टल सकता है।

3. कैंसर से बचाव 
हल्‍दी एक ताकतवर एंटीऑक्‍सीडेंट है जो कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं से लड़ती है.

4. खून रखे साफ 
हल्‍दी वाला पानी पीने से खून नहीं जमता और यह खून साफ करने में भी मददगार है.

5. दिमाग बनाए स्‍वस्‍थ
अगर आप सुबह उठकर गरम पानी में हल्दी मिलाकर पीते हैं तो यह दिमाग के लिए बहुत अच्‍छा रहता है।

6. शरीर की सूजन करे कम 
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की वजह से यह जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करने में दवाइयों से भी ज्‍यादा अच्‍छा काम करता है।

7. बढ़ती उम्र थाम ले 
हल्‍दी का पानी नियमित रूप से पीने से फ्री रैडिकल्‍स से लड़ने में सहायता मिलती है जिससे शरीर पर उम्र का असर धीरे-धीरे पड़ता है।

8. शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार 
बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए गर्म पानी में नींबू, हल्दी पाउडर और शहद मिलाकर पिएं. यह ड्रिंक शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकालने में बहुत मददगार है।

9. करक्यूमिन रसायन करता है दवा का काम 
हल्दी में करक्यूमिन नामक रसायन पाया जाता है जो दवा के रूप में काम करता है और यह शरीर की सूजन कम करने में सहायक होता है.

करेले के स्वास्थ्य लाभ

करेले के गुण – स्वस्थ ह्रदय के लिए करेला (Healthy heart)

करेला शरीर के खराब कोलेस्ट्रोल को कम करने में आपकी मदद करता है तथा दिल की बीमारी होने की आपकी संभावनाओं को काफी कम कर देता है। करेला आपके रक्तचाप (blood pressure) के स्तर को बिलकुल सटीक मानदंडों पर रखता है तथा आपके दिल को स्वस्थ बनाए रखता है।


लिवर के स्वास्थ्य के लिए करेले का रस (Bitter gourd juice for liver health)

करेले को पानी के साथ मिलाकर ब्लेंड (blend) करें और इसे निचोड़कर इससे रस को अलग कर लें। लिवर की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए करेले का जूस का सेवन नियमित रूप से करें।

करेले के गुण – वज़न घटाने के लिए करेला (Weight loss)

करेले में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंटस (antioxidants) आपके शरीर के अंदरूनी भाग को बिलकुल साफ कर देते हैं और मेटाबोलिज्म (metabolism) के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार साबित होते हैं, जिसकी सहायता से आपके वज़न में काफी कमी आती है। यह सामान्य रूप से आपके शरीर के कैलोरी (calorie) के स्तर को भी नियंत्रित करने में सहायता करता है।

संक्रमणों से लड़ने के लिए करेला (Fight infections)

कडवे करेले के पत्तों को उबालकर इसका सेवन नियमित रूप से करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (immune system) पर काफी बेहतरीन प्रभाव पड़ता है और सभी प्रकार के संक्रमणों से निजात मिल जाती है।

किडनी की देखभाल के लिए करेला (Kidney care)

करेले के सेवन से मूत्राशय और लिवर दोनों पर ही काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह किडनी में हुई पथरी को ठीक करने में भी काफी कारगर साबित होता है।

करेले के फायदे – मधुमेह के लिए करेला (Diabetes)

करेला मधुमेह दूर करने के गुणों की वजह से भी काफी प्रसिद्ध है। करेले के जूस के फायदे, लिवर की विभिन्न समस्याओं के शिकार व्यक्तियों के लिए करेले का जूस का सेवन काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। करेला के फायदे, इसमें काफी कम मात्रा में ग्लूकोस (glucose) और चीनी मिश्रित होती है, और इसी वजह से यह मधुमेह का इलाज करने का रामबाण उपाय साबित होता है।

करेले के फायदे – तनाव दूर करने के लिए करेला (Reducing stress)

कडवे करेले में पेट की सारी समस्याओं को दूर करने और इन्हें सुकून प्रदान करने वाले गुण मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से शरीर के आतंरिक स्वास्थ्य में सुधार आता है, जिसके फलस्वरूप आपको तनाव से भी छुटकारा मिल जाता है।

Sunday, September 24, 2017

मोटापा कम करने के कुछ आसान तरीके

नई दिल्ली: मोटापा शरीर के लिए बीमारी का घर होता है। मोटापा शरीर में जमा होनेवाली अतिरिक्त चर्बी होती है जिससे वजन बढ़ जाता है और यही मोटापा कई बीमारियों का घर बनता है। मोटापे का मतलब है, शरीर में बहुत ज्यादा चर्बी होना। जबकि ज्यादा वजनदार होने का मतलब है, वजन का सामान्य से ज्यादा होना।

जिस व्यक्ति का BMI यानी बॉडी मास इंडेक्स 25 से 29.9 के बीच होता है, उसे डॉक्टरी भाषा में ओवरवेट या ज्यादा वजनदार कहा जाता है। दूसरी ओर जब BMI 30 या उससे अधिक होता है, तो इसे मोटापा कहा जाता है। मोटापा घटाने के लिए खान-पान में सुधार जरूरी है।

कुछ प्राकृतिक चीजें ऐसी हैं, जिनके सेवन से वजन नियंत्रित रहता है। मोटापा कम करने के लिए यूं तो खानपान पर कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। कुछ कसरत और योग के आसनों को भी नियमित कर मोटापा पर काबू पाया जा सकता है। साथ ही कुछ प्राकृतिक चीजों को रोजाना अपनाकर आप मोटापा कम कर सकते हैं।

यदि आप वजन कम करने के लिए बहुत मेहनत नहीं कर पाते हैं तो ये छोटे-छोटे उपाय आपके बढ़ते वजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

-  शराब और दूध निर्मित पदार्थ का उपयोग न करें।

-  अदरक को व नींबु को काटकर दोनों पानी में ऊबालें ठंडा कर पीएं।

-  रोज 750  ग्राम फल और सब्जी का उपयोग करें।

-  ज्यादा कर्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं का परहेज करें।शक्कर,आलू,और चावल में अधिक कार्बोहाईड्रेट होता है। ये चर्बी बढ़ाते हैं। 

-  केवल गेहूं के आटे की रोटी की बजाय गेहूं सोयाबीन,चने के मिश्रित आटे की रोटी ज्यादा फायदेमंद है।

- भोजन मे ज्यादा रेशे वाले पदार्थ शामिल करें। हरी सब्जियों ,फलों में अधिक रेशा होता है। 

- फलों को छिलके सहित खाएं। आलू का छिलका न निकालें!

-  चम्मच शहद आधा चम्मच नींबू का रस गरम जल में मिलाकर लेते रहने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी नष्ट होती है। यह दिन में 3 बार लेना चाहिए।

-  पुदीना रस एक चम्मच 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते रहने से मोटापा कम होता है।

-  सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक पीने से  शरीर की वसा  में कमी होती है।

-  गाजर का रस मोटापा कम करने में उपयोगी है। करीब 300 ग्राम गाजर का रस दिन में किसी भी समय लें।

-  दिन भर में कम से कम 20 गिलास पानी पीएं।

-  कम  कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग करें। 

-  नींबू, जामफल, अंगूर, सेवफल, खरबूज, जामुन, पपीता आम, संतरा, पाइनेपल, टमाटर, तरबूज, स्ट्राबेरी आदि को भोजन में शामिल करें। 

- पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकोली, प्याज, मूली , पालक, शलजम, सौंफ, लहसुन आदि का ज्यादा सेवन करें।

-  कम नमक,कम शकर आदि का उपयोग करें।

-खाना खाने के बाद गुनगुने पानी को पीने से वजन तेजी से घटता है। लेकिन खाना खाने के लगभग पौन या एक घंटे बाद एक ग्लास पानी का सेवन करना चाहिए।

-कच्चे ये पके हुए पपीत का सेवन खूब करना चाहिए। इससे शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं जमती और वजन तेजी से घटता है।

-दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घट जाती है। छाछ का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करना लाभदायक है।

-छोटी पीपल का बारीक चूर्ण पीसकर उसे कपड़े से छान लें। यह चूर्ण तीन ग्राम रोजाना सुबह के वक्त छाछ के साथ लेने से बाहर निकला हुआ पेट अंदर हो जाता है।

-गरम पानी में नींबू का रस और शहद घोलकर रोज सुबह खाली पेट पिएं। इससे पेट सही रहेगा और मोटापा दूर होगा।

-ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो मोटापा घटाने के साथ-साथ चेहरे की झुर्रियों को भी दूर करता है। ग्रीन टी को बिना चीनी के पीने से इसका फायदा जल्द होता है।

-एप्पल साइडर वेनिगर को पानी या जूस के साथ मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है। यह पाचन तंत्र को सही रखता है और कोलेस्ट्रॉल भी कम करता है।

- एक रिसर्च के मुताबिक वजन कम करने का सबसे बेहतरीन तरीका मिर्च खाना है। हरी या काली मिर्च में पाए जाने वाले तत्व कैप्साइसिन से भूख कम होती है। इससे ऊर्जा की खपत भी बढ़ जाती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।

-रोज सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर पिएं। इस घोल को पीने से शरीर से वसा की मात्रा कम होती है।

- सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक पीने से वसा में कमी होती है।

- एक चम्मच पुदीना रस को 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते रहने से मोटापा कम होता है।



1 सक्रिय रहें –यहां हमारा मतलब व्यायाम करने से नहीं है, बल्कि हर काम के प्रति आपको सुस्त रहने के बजाए थोड़ा सक्रिय  रूख अपनाना होगा। इससे रक्त संचार भी तेज होगा और आपके शरीर की हल्की फुल्की एक्सरसाईज भी होती रहेगी।

2 फैटी फूड –पिज्जा, पास्ता, चीज, बर्गर जैसी चीजों को खाने से आपको जरूर बचना होगा, क्योंकि यह एक ही दिन में आपके वजन को असंतुलित कर देता है। अनाज से बनी चीजों की अपेक्षा इनमें बहुत अधिक फैट होता है। अगर इनका मोह नहीं छोड़ा तो वजन कम करना आसान नहीं है, यह याद रखें।

3 पानी – दिनभर में हर घंटे सीमित मात्रा में पानी जरूर पिएं। भोजन करने से कुछ समय पहले और बाद में भी थोड़ी मात्रा में पानी पिएं। इससे चयापचय की प्रक्रिया ठीक तरह से होगी।

4  भूख से कम खाएं –एक ही बार में अधिक न खाएं बल्कि जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम ही भोजन करें, ताकि पाचन ठीक से हो और शरीर में वसा का जमाव न हो। इसके अलावा रात के खाने में सलाद, फल या तरल पदार्थों को लेने पर फोकस करें।

5  टुकड़ों में खाएं –अपनी कुल डाइट को तीन से चार बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लें। सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और रात के खाने के बीच में भी कुछ न कुछ हल्का-फुल्का खाते रहें। इसमें आप फल, सलाद या सूप को भी शामिल कर सकते हैं।

6 रात का खाना – रात का भोजन और सोने के समय के बीच दो से तीन घंटे का अंतर जरूर रखें, ताकि भोजन के पचने में आसानी हो। इस समय में आप घर के छोटे मोटे काम या पैदल चलना शुरू करें, जिससे पाचनक्रिया बेहतर हो।

7 अच्छी नींद लें –नींद की कमी और अधिक नींद दोनों ही हानिकारक होते हैं, और वजन को अनियंत्रित करने में मदद करते हैं। शारीरिक क्रियाओं के ठीक से कार्य करने के लिए 6  से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। कम नींद लेने पर तनाव भी बढ़ सकता है, कई बार तनाव भी मोटापे का कारण होता है।

8 प्रोटीन और फाइबर –अपने आहार में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करें। इससे आपका पेट भी अधिक समय तक भरा रहेगा और आप अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच जाएंगे। इसके अलावा फाइबर आपको उर्जा देगा जो सक्रिय रहने में मदद करेगा और आपका वजन कम होता रहेगा।

9 गरम पानी –सुबह खाली पेट गरम पानी पीने से पेट की चर्बी कम होगी। खाना खाने के बाद गरम पानी का सेवन करना वसा को जमने से रोकेगा और पाचनक्रिया में मदद करेगा। इसके अलावा भी दिन में दो से तीन बार गरम पानी का सेवन आपके वजन में बहुत जल्दी कमी लाएगा।

10 आराम – अगर आपको बहुत आराम करने की आदत हो गई है, तो इससे बचें। ऑफिस या घर में घंटों एक ही स्थान पर बैठे न रहें। इससे शरीर के निचले हिस्से में वसा का जमाव  हो सकता है और पेट की चर्बी भी बढ़ सकती है। थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर घूमते-फिरते रहें, ताकि शरीर में वसा का जमाव न हो।