पानी! यह एक ऐसा प्राकृतिक संसाधन है जिसके बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती. इसीलिए पानी को धरती का अमृत कहा गया हैं. पानी मानव शरीर के लिए अनिवार्य और आवश्यक तत्वों में से एक है. मानव शरीर पाँच तत्वों से निर्मित जीव है जिसमें 70% हिस्सा पानी से बना हुआ है. इसलिए 7-8 गिलास पानी का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए. इससे पाचन तंत्र, बाल व त्वचा स्वस्थ रहते है. पानी शरीर से बेकार पदार्थ को बाहर निकालता है और खून को साफ रखने में मदद करता है. पीने का पानी स्वच्छ और ताजा हो, बासी पानी में कुछ ऐसे जीवाणु पैदा हो जाते है जिसे पीने से वात, कफ और पित्त बढ़ता है. आगे हम अपने लेख में यह भी बताएंगे खड़े होकर पानी पीने के क्या-क्या शारीरिक नुकसान है. लेकिन उससे पहले पानी की महत्वता को देखते हुए आइये, जानें पानी किस स्थिति में, कब और कैसे पिये.
कुछ ऐसी स्थिति और बीमारी में पर्याप्त पानी पीना चाहिए.
जैसे – बुखार, बाल झड़ने पर, पथरी, तनाव, झुरियाँ, हैजा, पानी की कमी होने पर, यूरिन इन्फेक्शन, अधिक वर्कआउट की स्थिति में, अधिक गर्म मौसम में आदि ऐसी कई परिस्थितियाँ आने पर पानी भरपूर पीना चाहिए.
शारीरिक दृष्टि से पानी पीने का सही समय क्या है?
* 2-3 गिलास पानी सुबह खाली पेट पीने से शरीर की आंतरिक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है. सुबह खाली पेट पानी पीने की मात्रा आप अपने शरीर की क्षमतानुसार बढ़ा या घटा सकते है. लेकिन दो गिलास पानी पीने की कोशिश अवश्य करे.
* एक गिलास पानी स्नान के पश्चात पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है.
* दो गिलास पानी भोजन के आधे घंटे पहले पीने से हाजमा दुरुस्त रहता है.
* आधा गिलास पानी सोने से ठीक पहले पीने से हार्ट अटैक से बचाता है.
* प्यास लगने पर घुट-घुट पानी कभी भी पिया जा सकता है. इससे पानी की कमी नहीं होगी.
खड़े होकर पानी पीने के शारीरिक नुकसान –
इस अनियमित जीवनशैली में आजकल किसी के पास स्वयं के लिए भी समय नहीं है. जिसका घातक परिणाम शरीर को भुगतना पड़ता है. आज अधिकांश लोग जल्दबाजी में खड़े होकर पानी का सेवन करते है जिसका गलत प्रभाव शरीर पर जरूर पड़ता है.
* पाचन तंत्र – खड़े होकर पानी पीने से यह आसानी से प्रवाह हो जाता है और एक बड़ी मात्रा में नीचे खाद्य नलिका के द्वारा निचले पेट की दीवार पर गिरता है. इससे पेट की दीवार और आसपास के अंगों को क्षति पहुँचती है. एक दो बार इस तरह से पानी पीने से ऐसा नहीं होता. लेकिन लंबे समय तक ऐसा होने से पाचन तंत्र, दिल और किडनी में समस्या की संभावना बढ़ जाती है.
* ऑर्थराइटिस – खड़े होकर पानी पीने की आदत से घुटनों पर दबाव पड़ता है और इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है. इस आदत से जोड़ों में हमेशा दर्द रहने लगता है. इसलिए पानी का सेवन बैठकर करे और आराम से धीरे-धीरे पिए.
* गठिया – खड़े होकर पानी पीने से शरीर के अन्य द्रव्य पदार्थों का संतुलन बिगड़ जाता है. जिससे हड्डियों के जोड़ वाले भागों में आवश्यक तरल पदार्थों की कमी होने लगती है और हड्डियाँ कमजोर होने लगती है. कमजोर हड्डियों के कारण जोड़ों में दर्द और गठिया जैसी समस्या पैदा हो जाती है. यह समस्या अन्य कई बीमारियों का भी कारण बनती है.
* किडनी – खड़े होकर पानी पीने के दौरान पानी तेज़ी से गुर्दे के माध्यम से होते हुए बिना ज्यादा छने गुजर जाता है. जिसके कारण खून में गंदगी जमा होने लगती है. इस गंदगी के कारण मूत्राशय, गुर्दे (किडनी) और दिल की बीमारियां होने की संभावना अधिक हो जाती हैं.
* पेट की समस्या – खड़े होकर पानी पीने से पानी की मात्रा शरीर में जरूरत से ज्यादा चली जाती है. शरीर में मौजूद वह पाचन रस काम करना बंद कर देता है, जिससे खाना पचता है. अधिक पानी की वजह से खाना देर से पचने लगता है और कई बार खाना पूरी तरह से डाइजेस्ट भी नहीं होता. जिसके परिणाम स्वरूप अपच, गैस, अल्सर आदि पेट की समस्या उत्पन्न हो जाती है. पानी हमेशा बैठकर ही पिए. कभी भी लेटकर या खड़े होकर पानी का सेवन ना करे.
अति करे क्षति, इस बात से सभी वाकिफ है. पानी अच्छी सेहत के लिए अनिवार्य है इसमें कोई मतभेद नहीं, लेकिन अनुचित तरीका और अनुचित मात्रा अच्छी सेहत को कब खराब कर दे पता भी नहीं चलता. जब भी प्यास लगे बैठकर पानी पीने का संकल्प ले. यह संकल्प आपकी सेहत को दुरुस्त बना के रखेगा. एक बात का विशेष ध्यान रखे, भोजन के पश्चात ठंडा पानी पीने से नुकसान होता है. दरअसल, गर्म खाने पर ठंडा पानी पीने से खाया हुआ ऑयली खाना जमने लगता है. जो धीरे-धीरे बाद में फैट में बदल जाता है. इससे पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है. इसलिए भोजन के आधे घंटे पश्चात गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है. इस बात की पुष्टि हेल्थ विशेषज्ञों के द्वारा भी हुई है.
स्वच्छ और ताजा पानी सेहत की लिहाज से दवा का काम करता है. अगर आप इसका सेवन सही तरीके से करते है तो यह आपको कई बीमारियों से बचा के रखेगा. इस लेख से आपको यह महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी की कभी भी खड़े होकर पानी का सेवन नहीं करना चाहिए. यह आदत शरीर की सेहत के लिए घातक है. आदत छोटी सी है लेकिन इसके परिणाम बहुत खतरनाक है. अगर आप किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित है तो उचित होगा आप अपने डॉक्टर से संपर्क करे. क्योंकि कई ऐसी भी समस्या होती है जिसमें कुछ मामलों में कम पानी पीने की सलाह दी जाती है.
हमने आपसे सिर्फ ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की है. अपनी सूझ-बुझ का इस्तेमाल हमेशा करे. सदैव खुश रहे और स्वस्थ रहे.
No comments:
Post a Comment